20 जुलाई 2025 का राशिफल: जानें किन राशियों को मिल सकती हैं चुनौतियाँ
दैनिक राशिफल
दैनिक राशिफल: 20 जुलाई 2025, रविवार को सावन मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि दोपहर 12:12 बजे तक रहेगी, इसके बाद एकादशी तिथि प्रारंभ होगी। कृत्तिका नक्षत्र सुबह 10:53 बजे तक प्रभावी रहेगा, इसके बाद रोहिणी नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। गण्ड योग रात 9:48 बजे तक रहेगा, इसके बाद वृद्धि योग का आरंभ होगा। विष्टि करण दोपहर 12:12 बजे तक, फिर बव करण रात 10:56 बजे तक और इसके बाद बालव करण रहेगा। चंद्रमा सुबह 6:12 बजे तक मेष राशि में रहेगा, फिर वृषभ राशि में प्रवेश करेगा, जहां वह शुक्र के साथ युति बनाएगा। मिथुन राशि में गुरु, कर्क राशि में सूर्य और बुध (बुधादित्य योग), कुंभ राशि में राहु, और मीन राशि में शनि रहेंगे।
ग्रहों की स्थिति का प्रभाव
क्या कहती है ग्रहों की स्थिति?
20 जुलाई 2025 को ग्रहों की स्थिति कुछ राशियों पर विशेष प्रभाव डालेगी। चंद्रमा और शुक्र की युति वृषभ राशि में होगी, जो भावनात्मक और भौतिक सुख-सुविधाओं को बढ़ावा दे सकती है, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह अति भावुकता, अनावश्यक खर्च, या रिश्तों में तनाव का कारण बन सकती है। कर्क राशि में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा, जो बुद्धि और संचार को बढ़ाता है, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह गलत निर्णय, संचार में भ्रम, या तर्क-वितर्क की स्थिति पैदा कर सकता है।
गण्ड योग दिन के पहले भाग में कार्यों में रुकावटें, मानसिक तनाव और असफलता का डर पैदा कर सकता है। रोहिणी नक्षत्र सृजनात्मकता और स्थिरता को बढ़ावा देता है, लेकिन अति भावुकता या जिद के कारण कुछ राशियों के लिए परेशानियां बढ़ सकती हैं। इसके अलावा, कुंभ राशि में राहु और मीन राशि में शनि की उपस्थिति कुछ राशियों पर मानसिक तनाव, भय, या स्वास्थ्य समस्याओं का प्रभाव डाल सकती है। आइए जानते हैं कि यह दिन किन राशि वालों के लिए अच्छा नहीं होगा और इसको अच्छा बनाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
मेष राशि
मेष राशि
चंद्रमा सुबह 6:12 बजे तक मेष राशि में रहेगा, जिसके बाद वह वृषभ में चला जाएगा। इससे मेष राशि वालों को चिड़चिड़ापन, मानसिक अशांति और निर्णय लेने में भ्रम की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। गण्ड योग के कारण कार्यों में देरी, सहकर्मियों या परिवार के साथ तनाव और छोटी-मोटी गलतफहमियां हो सकती हैं। व्यापार या नौकरी में अपेक्षित परिणाम न मिलने से निराशा हो सकती है।
उपाय: हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करें और माथे पर लाल चंदन का तिलक लगाएं।
तुला राशि
तुला राशि
चंद्रमा और शुक्र की युति तुला राशि वालों के लिए लव रिलेशनशिप में तनाव, गलतफहमी या भावनात्मक अस्थिरता ला सकती है। राहु का प्रभाव अनावश्यक चिंता, भय, या आत्मविश्वास की कमी पैदा कर सकता है। फाइनेंशियल डिसीजन्स में जल्दबाजी से नुकसान हो सकता है और गण्ड योग के कारण पारिवारिक विवाद भी उभर सकते हैं।
उपाय: माता लक्ष्मी की पूजा करें। ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः’ का 108 बार जाप करें और सफेद चंदन का तिलक लगाएं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि
मीन राशि में शनि की उपस्थिति और राहु का प्रभाव वृश्चिक राशि वालों को मानसिक तनाव, स्वास्थ्य समस्याएं जैसे सिरदर्द, थकान और कार्यस्थल पर दबाव दे सकता है। गण्ड योग के कारण परियोजनाओं में रुकावटें, सहकर्मियों के साथ मतभेद, या आत्मविश्वास में कमी हो सकती है। परिवार में भी तनाव की स्थिति बन सकती है।
उपाय: शनि मंत्र ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ का 108 बार जाप करें और किसी जरूरतमंद को काले तिल या सरसों का तेल दान करें।
धनु राशि
धनु राशि
मिथुन में गुरु की स्थिति धनु राशि वालों के लिए आर्थिक मामलों में जोखिम, गलत निवेश या अनावश्यक खर्च की स्थिति पैदा कर सकती है। गण्ड योग के कारण व्यापार में नुकसान, कार्यों में देरी या सहकर्मियों के साथ तनाव हो सकता है। रोहिणी नक्षत्र के प्रभाव से भावनात्मक निर्णय लेने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है, जो नुकसानदायक हो सकती है।
उपाय: गुरु मंत्र ‘ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः’ का 108 बार जाप करें और पीले वस्त्र पहनकर किसी मंदिर में हल्दी दान करें।
मीन राशि
मीन राशि
मीन राशि में शनि की उपस्थिति और चंद्रमा-शुक्र की युति के कारण पारिवारिक तनाव, भावनात्मक अस्थिरता और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे पेट या नींद की समस्या हो सकती हैं। रोहिणी नक्षत्र के प्रभाव से अति भावुकता के कारण गलत निर्णय लेने की संभावना है। गण्ड योग के कारण कार्यों में रुकावटें और आत्मविश्वास में कमी हो सकती है।
उपाय: भगवान विष्णु की पूजा करें। तुलसी की माला से ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें और मंदिर में दीप दान करें।