भारत में खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 10 साल के निचले स्तर पर
महंगाई दर में ऐतिहासिक गिरावट
नई दिल्ली: भारत में अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई दर 0.25 प्रतिशत तक गिर गई है, जो पिछले एक दशक में सबसे कम है। यह मौजूदा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) श्रृंखला में दर्ज की गई सबसे न्यूनतम महंगाई दर है। यह जानकारी सरकार ने बुधवार को साझा की। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई दर -0.25 प्रतिशत रही, जबकि सितंबर में यह 1.07 प्रतिशत थी। शहरी क्षेत्रों में महंगाई दर 0.88 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सितंबर में 1.83 प्रतिशत थी।
खाद्य महंगाई दर अक्टूबर में -5.02 प्रतिशत रही, जो दर्शाता है कि खाद्य उत्पादों की कीमतें सालाना आधार पर कम हुई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य महंगाई दर -4.85 प्रतिशत रही, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह -5.18 प्रतिशत रही।
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि हेडलाइन महंगाई दर और खाद्य महंगाई दर में कमी का कारण जीएसटी दरों में कटौती, साथ ही तेल, सब्जियों, फलों, अंडों, फुटवियर, अनाज और परिवहन की कीमतों में गिरावट है।
अक्टूबर में परिवहन और संचार में महंगाई दर 0.94 प्रतिशत रही, जो सितंबर में 1.82 प्रतिशत थी। वहीं, ईंधन और रोशनी में महंगाई दर अक्टूबर में 1.98 प्रतिशत रही, जो सितंबर में भी समान थी। केंद्रीय गवर्नर ने वित्त वर्ष 26 के लिए खुदरा महंगाई दर के अनुमान को घटाकर 2.6 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले 3.1 प्रतिशत था।
वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए महंगाई दर के अनुमान को 2.1 प्रतिशत से घटाकर 1.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही के लिए 3.1 प्रतिशत से घटाकर 1.8 प्रतिशत और चौथी तिमाही के लिए 4 प्रतिशत कर दिया गया है। आरबीआई ने यह भी बताया कि वित्त वर्ष 27 की पहली तिमाही में महंगाई 4.5 प्रतिशत रह सकती है।