×

गंगाधर मेहर यूनिवर्सिटी ने शिक्षकों के लिए नई एडवाइजरी जारी की

गंगाधर मेहर यूनिवर्सिटी ने अपने शिक्षकों के लिए एक नई एडवाइजरी जारी की है, जिसमें अनुशासन और शैक्षणिक गुणवत्ता बनाए रखने पर जोर दिया गया है। इस दिशा-निर्देश में शिक्षकों को समय की पाबंदी, नियमितता, पेशेवर आचरण, नैतिकता और छात्रों की शिकायतों का समाधान करने के लिए निर्देशित किया गया है। यह कदम परिसर में एक सकारात्मक शैक्षणिक माहौल सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
 

शिक्षकों के लिए नई दिशा-निर्देश

ओडिशा के संबलपुर में स्थित गंगाधर मेहर (जीएम) यूनिवर्सिटी ने अपने शिक्षकों के लिए एक नई एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में शिक्षकों को 'अनुचित व्यवहार' से बचने और शैक्षणिक गुणवत्ता को बनाए रखने पर जोर दिया गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का यह कदम परिसर में अनुशासन और शिक्षण के स्तर को सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है।


एडवाइजरी में शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे कक्षा और परिसर में अपने आचरण के प्रति गंभीर रहें। इसमें उल्लेख किया गया है कि कुछ शिक्षकों का व्यवहार पेशेवर मानकों के अनुरूप नहीं है, जिससे शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया और संस्थान की प्रतिष्ठा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।


समय की पाबंदी: शिक्षकों को कक्षाओं और बैठकों में समय पर उपस्थित रहना अनिवार्य है।


नियमितता: कक्षाओं को नियमित रूप से लेना और असाइनमेंट व पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करना आवश्यक है।


पेशेवर आचरण: किसी भी प्रकार के अनुचित व्यवहार, जिसमें छात्रों या सहकर्मियों के साथ अनुचित बातचीत शामिल है, से बचना होगा।


नैतिकता: शिक्षण के उच्च नैतिक मानकों को बनाए रखना आवश्यक है।


शिकायत निवारण: छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लेना और उनका समाधान करना चाहिए।


इस एडवाइजरी का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यूनिवर्सिटी में एक ऐसा माहौल बने जहाँ छात्र बिना किसी बाधा के उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त कर सकें। शिक्षकों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लें और छात्रों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करें।