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दिल्ली पुलिस ने वाहन चोरी के दो अपराधियों को पकड़ा, 8 चोरी की गाड़ियाँ बरामद

दिल्ली पुलिस ने एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड के तहत दो कुख्यात वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी से 10 चोरी की घटनाओं का खुलासा हुआ है और 8 चोरी की गाड़ियाँ बरामद की गई हैं। जानें कैसे पुलिस ने तकनीकी और मैन्युअल निगरानी के जरिए इन अपराधियों को पकड़ा।
 

दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के दक्षिण-पश्चिम जिले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड (एएटीएस) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इस टीम ने दो प्रमुख वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान के बाद छह चोरी की स्कूटी और दो मोटरसाइकिलें बरामद की गईं। इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप जिले में हुई 10 वाहन चोरी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। यह गिरफ्तारी 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की गहन जांच और तकनीकी व मैन्युअल निगरानी के बाद संभव हुई।


गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रोहित उर्फ बोना (36 वर्ष), निवासी कैलाशपुरी, पालम कॉलोनी, और पंकज उर्फ डाबरा (33 वर्ष), निवासी इसराइल कैंप, रंगपुरी पहाड़ी शामिल हैं। दोनों आरोपियों ने जिले के विभिन्न सब-डिवीजन में वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। रोहित ने दिल्ली कैंट क्षेत्र में और पंकज ने वसंत कुंज में चोरी की घटनाएँ कीं।


हाल के दिनों में दक्षिण-पश्चिम जिले में दोपहिया वाहनों की चोरी की घटनाओं में वृद्धि के कारण एएटीएस टीम को सक्रिय किया गया। टीम को चोरी के स्थलों का दौरा करने, सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने और संदिग्धों की पहचान करने का निर्देश दिया गया। इंस्पेक्टर राम कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एएसआई प्रवीण, जयपाल, धर्मेंद्र, विनोद कुमार, हेड कांस्टेबल मोहित, नरेंद्र, रविंदर, देवेंद्र, प्रशांत, मनोज मोरल और कांस्टेबल प्रवीण शामिल थे। इस अभियान की निगरानी एसीपी ऑपरेशंस विजय पाल सिंह तोमर कर रहे थे।


300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच और स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर दोनों आरोपियों की पहचान की गई। 10-11 नवंबर 2025 की मध्यरात्रि को छापेमारी की गई। रोहित को ब्रह्मपुरी सागरपुर से एक चोरी की स्कूटी के साथ पकड़ा गया, जो ई-एफआईआर नंबर 029891/25 से संबंधित थी। इसी तरह, पंकज को बंगाली टोला पार्क, रंगपुरी पहाड़ी से टीवीएस एनटॉर्क स्कूटी के साथ गिरफ्तार किया गया, जो ई-एफआईआर नंबर 024991/25 की थी।


आरोपियों की निशानदेही पर आगे की बरामदगी हुई। रोहित से शकुंतला अस्पताल के पास नाला रोड से दो स्कूटी और पंखा रोड जनकपुरी पेट्रोल पंप से एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। पंकज से अर्जुन कैंप महिपालपुर से दो स्कूटी और एक मोटरसाइकिल मिली। कुल मिलाकर 8 वाहन बरामद हुए, जिससे 10 मामले सुलझाए गए।


आरोपियों का आपराधिक इतिहास काफी पुराना है और वे कई मामलों में वांछित हैं। रोहित ने 2013 में आत्माराम कॉलेज से ग्रेजुएशन किया, लेकिन नौकरी न मिलने के कारण गलत संगत में पड़ गया। शराब और गांजे की लत लगने के बाद उसने चोरी करना शुरू किया। वह पहले 15 मामलों में शामिल रहा है।


वहीं, पंकज ने 7वीं कक्षा तक पढ़ाई की और परिवार की आर्थिक स्थिति के कारण पढ़ाई छोड़ दी। दिल्ली आकर मजदूरी की, लेकिन गांजे और स्मैक की लत लग गई। उसने जरूरतों के लिए मोबाइल और वाहन चोरी करना शुरू किया और वह 16 मामलों में वांछित था।