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दे दे प्यार दे 2: अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह की नई रोमांटिक कॉमेडी

फिल्म 'दे दे प्यार दे 2' आज रिलीज़ हो गई है, जिसमें अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह की जोड़ी दर्शकों का दिल जीतने के लिए तैयार है। यह फिल्म 2019 की हिट फिल्म का सीक्वल है, जिसमें दोनों के बीच उम्र के अंतर को लेकर हास्य और रोमांस का तड़का है। फिल्म में आर माधवन भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। जानें इस फिल्म की कहानी, अभिनय और खासियतों के बारे में।
 

फिल्म का परिचय

साल की सबसे प्रतीक्षित सीक्वल फिल्मों में से एक, 'दे दे प्यार दे 2' आज सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो गई है। यह फिल्म 2019 में आई 'दे दे प्यार दे' का अगला भाग है। यह एक रोमांटिक कॉमेडी है जिसमें अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह मुख्य भूमिकाओं में हैं। दोनों एक ऐसे जोड़े का किरदार निभा रहे हैं जिनकी उम्र में काफी अंतर है। पहली फिल्म में, आशीष मेहरा (अजय देवगन) ने रकुल के किरदार को अपने परिवार से मिलवाया था, जिससे काफी हंगामा हुआ था। अब, दूसरी फिल्म में, आयशा खुराना (रकुल प्रीत सिंह) आशीष को अपने माता-पिता से मिलवाती हैं। आर माधवन इस फिल्म में 29 वर्षीय पिता की भूमिका निभा रहे हैं और 55 साल की उम्र में भी उनका आकर्षण बरकरार है!


कथानक

फिल्म आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ती है और कई मायनों में पहले भाग से बेहतर प्रदर्शन करती है। अंशुल शर्मा द्वारा निर्देशित, कहानी वहीं से शुरू होती है जहां पिछली कड़ी खत्म हुई थी। आशीष (अजय देवगन) अपने परिवार को आयशा (रकुल प्रीत सिंह) के साथ अपने रिश्ते के बारे में समझाता है, जिसके बाद एक नया चुनौतीपूर्ण अध्याय शुरू होता है: उसके माता-पिता का दिल जीतना। राकेश (आर माधवन) और अंजू (गौतमी कपूर) खुद को "शिक्षित, प्रगतिशील" कहते हैं, लेकिन अपनी बेटी के लिए उम्र में दोगुने व्यक्ति को स्वीकार करना उनके लिए एक परीक्षा है। इसके बाद फिल्म में कई धमाकेदार दृश्य आते हैं, जो बाकी कथानक को आगे बढ़ाते हैं।


अभिनय

पिछली फिल्म में अजय देवगन और तब्बू की जोड़ी थी, जबकि इस बार अजय आर माधवन के साथ हैं, जो अपनी उपस्थिति से हर दृश्य में जान डाल देते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने अजय की कुछ सुर्खियाँ बटोर लीं। फिल्म में अजय के माधवन से कम दृश्य हैं, लेकिन हर किरदार किसी न किसी तरह माधवन से जुड़ा हुआ है। गौतमी कपूर को एक बेहतरीन भूमिका मिली है, जो उनकी क्षमता को दर्शाती है। अजय देवगन इस बार कम नजर आते हैं, लेकिन जब भी आते हैं, उनका काम शानदार होता है। रकुल प्रीत सिंह की भूमिका औसत है, लेकिन उनकी खूबसूरती और उपस्थिति स्क्रीन पर रौनक लाती है।


फिल्म की विशेषताएँ

'दे दे प्यार दे 2' आपको पहले भाग में बांधे रखेगी। फिल्म में मीज़ान की एंट्री के बाद, कहानी और भी दिलचस्प हो जाती है। फिल्म का सबसे अच्छा हिस्सा असल जिंदगी के संदर्भ हैं, जिन्हें दर्शकों को हंसाने और तालियाँ बजाने के लिए इस्तेमाल किया गया है। उदाहरण के लिए, एक दृश्य में माधवन अजय की फिल्म 'शैतान' का जिक्र करते हैं। निर्माताओं ने 'डीडीएलजे' का भी संदर्भ दिया है, जो फिल्म को और भी मजेदार बनाता है।