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शराब की दुकानों में ओवर रेटिंग से बचने के उपाय

शराब की दुकानों में ओवर रेटिंग एक आम समस्या है, खासकर त्योहारों और नए साल के मौके पर। इस लेख में जानें कि कैसे आप महंगी शराब खरीदने से बच सकते हैं और सही कीमत पर शराब प्राप्त कर सकते हैं। शराब विक्रेताओं की लापरवाही का फायदा उठाने से बचने के लिए कुछ सरल उपायों का पालन करें। साथ ही, आबकारी विभाग से संपर्क करने के तरीके भी जानें।
 

शराब की बिक्री और सरकारी राजस्व


पेट्रोलियम उत्पादों के बाद, शराब सरकारी राजस्व का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। त्योहारों और नए साल के अवसर पर, इसकी बिक्री हजारों करोड़ रुपये तक पहुँच जाती है। हर शराब की बोतल पर सरकार टैक्स लगाती है। नए साल के दिन, दिल्ली में 40 लाख से अधिक बोतलें बिकीं, जो शराब उद्योग की कमाई का एक बड़ा संकेत है। हालांकि, कई बार शराब प्रेमियों को महंगी शराब खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता है, क्योंकि कई स्थानों पर शराब की दुकानों में ओवर रेटिंग होती है, लेकिन इसकी शिकायत बहुत कम लोग करते हैं।


महंगी शराब खरीदने की समस्या

जब शराब पीने वाले दूसरे शहरों में जाते हैं, तो अक्सर उन्हें एक बोतल के लिए 100 से 300 रुपये अधिक चुकाने पड़ते हैं। इस स्थिति में, अधिकांश लोग बिना पूछताछ किए शराब खरीद लेते हैं, जिससे विक्रेता लाभ उठाते हैं। शराब कारोबारी इस लापरवाही का पूरा फायदा उठाते हैं और निर्धारित कीमत से अधिक पर शराब बेचते हैं।


शराब की सही कीमत जानें

आपको यह जानना आवश्यक है कि शराब या बीयर की बोतल पर जो कीमत लिखी होती है, उससे अधिक कोई भी आपसे नहीं ले सकता। यदि ऐसा होता है, तो पहले विक्रेता को रोकें। अगर वह नहीं मानता, तो उत्पाद विभाग से शिकायत करें। विक्रेता को बताएं कि आप शिकायत करने जा रहे हैं, इससे कई दुकानदार आपको उचित मूल्य पर शराब देने के लिए तैयार हो जाएंगे।


आबकारी विभाग से संपर्क करें

आमतौर पर, शराब की दुकान के बाहर आबकारी अधिकारी का नंबर लिखा होता है। यदि ऐसा नहीं है, तो आप गूगल पर एक क्लिक करके इसे प्राप्त कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपको दिल्ली में शराब महंगी लगती है, तो आप गूगल पर 'दिल्ली उत्पाद शुल्क विभाग' सर्च करें। यहाँ आपको सभी अधिकारियों के नंबर मिल जाएंगे, जिनसे आप संपर्क कर सकते हैं।


सावधानी बरतें

जैसे ही आप अधिकारी को फोन करेंगे, विक्रेता आपको प्रिंट रेट पर शराब या बीयर देने के लिए तैयार हो जाएगा। यदि वह ऐसा नहीं करता, तो आप अधिकारी से उसकी बात करवा सकते हैं, और ऐसे दुकानदार पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इसलिए अगली बार जब आप शराब की दुकान पर जाएं, तो सावधान रहें कि आपकी मेहनत की कमाई शराब विक्रेता की जेब में न चली जाए।