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चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी: शराब घोटाले में नया मोड़

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के तहत उनके आवास पर छापेमारी की गई, जहां से महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए। चैतन्य की गिरफ्तारी उनके जन्मदिन पर हुई, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और चैतन्य बघेल की पहचान।
 

चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी

चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के आवास पर मनी लॉन्ड्रिंग के संदर्भ में छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान, ईडी ने चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया। नए सबूतों के आधार पर, ईडी ने भिलाई में उनके घर की तलाशी ली, जहां वह अपने पिता के साथ निवास करते हैं।


जन्मदिन पर गिरफ्तारी की तस्वीरें

जन्मदिन पर गिरफ्तारी ,तस्वीर आई सामने

ईडी द्वारा चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह कार में बैठे हुए हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि आज उनका जन्मदिन भी है, जिसकी जानकारी उनके पिता भूपेश बघेल ने मीडिया को दी।


चैतन्य बघेल के खिलाफ कार्रवाई

चैतन्य बघेल के खिलाफ कार्रवाई

ईडी ने शुक्रवार को रायपुर में शराब घोटाले के सिलसिले में भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ कार्रवाई की। भूपेश बघेल के निवास सहित कई स्थानों पर छापे मारे गए। इस दौरान, ईडी ने घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए और चैतन्य बघेल से पूछताछ की। ईडी के सूत्रों के अनुसार, चैतन्य से स्पष्ट उत्तर न मिलने के कारण उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।


चैतन्य बघेल की पहचान

कौन हैं चैतन्य बघेल?

भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल, जिन्हें बिट्टू के नाम से भी जाना जाता है, विक्टर पुरम नाम से लग्ज़री अपार्टमेंट का निर्माण और बिक्री करते हैं। वह रियल एस्टेट के क्षेत्र में सक्रिय हैं और करोड़ों रुपये की संपत्ति के मालिक हैं।


घोटाले का विवरण

क्या है मामला?

शराब घोटाले में चैतन्य बघेल का नाम सामने आया है। भूपेश बघेल का एक ही बेटा है और पुलिस पहले भी चैतन्य से पूछताछ कर चुकी है। भिलाई में एक प्रोफेसर के साथ मारपीट के मामले में भी चैतन्य को थाने बुलाया गया था, जिसके बाद उनका फोन जब्त कर लिया गया। ईडी की कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मच गई है।