मर्डरबाद: एक अनोखी थ्रिलर फिल्म की समीक्षा
फिल्म का परिचय
निर्देशक: अर्नब चटर्जी
लेखक: अर्नब चटर्जी
कलाकार: नकुल रोशन सहदेव, कनिका कपूर, शारिब हाशमी, सलोनी बत्रा, शान, नक्श अज़ीज़, अमित कुमार
रेटिंग: ⭐️⭐️⭐️⭐️ (4/5)
क्राइम, मिस्ट्री, थ्रिलर और रोमांच की शैलियों का सम्मिलन करने वाली फिल्में आजकल कम ही देखने को मिलती हैं, लेकिन 'मर्डरबाद' इस मामले में एक विशेष उदाहरण है। यदि आप एक ऐसी फिल्म की तलाश में हैं जो आपको हर पल बांधे रखे, तो यह फिल्म आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इस फिल्म का निर्देशन 18 वर्षीय युवा निर्देशक अर्नब चटर्जी ने किया है, जो इसकी अनोखी कहानी के साथ दर्शकों को हर पल चौंकाने में सफल होती है।
कहानी का सार
कहानी
राजस्थान में शुरू होने वाली यह कहानी शुरुआत में साधारण लगती है, लेकिन जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, यह अपने ट्विस्ट के साथ दर्शकों को चौंका देती है। यह कहानी राजस्थान से शुरू होकर बंगाल में समाप्त होती है। फिल्म का पहला भाग थोड़ा धीमा हो सकता है, लेकिन दूसरे भाग का सस्पेंस और ट्विस्ट इसकी भरपाई कर देते हैं।
अभिनय की गुणवत्ता
एक्टिंग
किरदारों का अभिनय प्रभावशाली है। फिल्म की सबसे बड़ी ताकत नकुल रोशन सहदेव का प्रदर्शन है, जिन्होंने जयेश के किरदार को बेहतरीन तरीके से निभाया है। उनकी मासूमियत और संदेहास्पदता दर्शकों को प्रभावित करती है। कनिका कपूर (इसाबेल) के साथ उनकी कैमिस्ट्री अच्छी है, हालांकि कभी-कभी यह रोमांस थ्रिलर के तत्वों को पीछे छोड़ देती है। शारिब हाशमी हमेशा की तरह प्रभावशाली हैं और सलोनी बत्रा के साथ उनके कुछ छोटे लेकिन प्रभावशाली दृश्य दिल को छू जाते हैं।
निर्देशन और सिनेमैटोग्राफी
डायरेक्शन और सिनेमैटोग्राफी
कम उम्र के बावजूद, निर्देशक ने जो दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, वह वास्तव में प्रशंसनीय है। सिनेमैटोग्राफी, बैकग्राउंड म्यूजिक और कैमरा एंगल्स थ्रिल को और अधिक गहरा बनाते हैं।
युवा निर्देशक की कहानी
18 वर्षीय युवा निर्देशक अर्नब चटर्जी
अर्नब चटर्जी न केवल फिल्म के लेखक और निर्देशक हैं, बल्कि इसके निर्माता भी हैं। लंदन के मेटफिल्म स्कूल और कोलकाता के ला मार्टिनियर स्कूल के पूर्व छात्र, अर्नब का फिल्म उद्योग से कोई पारिवारिक संबंध नहीं है। उन्होंने कई लघु फ़िल्में बनाई हैं, जिनमें से एक 'अनसेड' को कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। उन्होंने दिग्गज अभिनेता सौमित्र चटर्जी की एक लघु फ़िल्म 'जॉनमोदिन' का भी निर्देशन किया है। यदि आप क्राइम थ्रिलर के शौकीन हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक बेहतरीन अनुभव साबित होगी।