उत्तर प्रदेश में लम्पी स्किन डिजीज का खतरा: सरकार ने पशुओं के आवागमन पर लगाया प्रतिबंध
लम्पी स्किन डिजीज का प्रभाव
उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में लम्पी स्किन डिजीज ने पशुपालकों के लिए चिंता का विषय बना दिया है। इस बीमारी के तेजी से फैलने की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब प्रदेश के सात जिलों में पशुओं के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन जिलों में किसी भी प्रकार के पशु मेला या मंडी का आयोजन भी निषिद्ध है। यह निर्णय संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लिया गया है।पशु लॉकडाउन की घोषणा की गई है सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज जैसे जिलों में। यहां अब पशुओं को एक जिले से दूसरे जिले में ले जाना या खरीद-बिक्री करना संभव नहीं होगा। इसके अतिरिक्त, गोरखपुर, बस्ती, मऊ और सिद्धार्थनगर में निगरानी को और सख्त किया गया है।
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर प्रमुख सचिव, विशेष सचिव और अन्य अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति के लिए एक टोल फ्री नंबर भी उपलब्ध कराया गया है।
यह संक्रमण मुख्यतः संक्रमित पशुओं के संपर्क में आने से फैलता है। मंत्री ने बताया कि मक्खियां भी इस वायरस के प्रसार में योगदान देती हैं। हालांकि, यह बीमारी इंसानों में नहीं फैलती। सरकार ने पशुओं के टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है और यह सुनिश्चित किया है कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है।