तनाव का शरीर पर प्रभाव: जानें कैसे बचें
तनाव का प्रभाव
नाव केवल हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालता है। तनाव के कारण चेहरे पर झुर्रियां और मुहांसे उभर सकते हैं। इसके अलावा, यह बालों के झड़ने और जोड़ों में सूजन या दर्द को भी बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं तनाव के बढ़ने पर शरीर में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं।
तनाव के बढ़ने से शरीर में क्या होता है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, तनाव के कारण शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। यह हार्मोन शरीर को किसी खतरे का सामना करने के लिए तैयार करता है। लेकिन जब यह हार्मोन लंबे समय तक उच्च स्तर पर रहता है, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। कोर्टिसोल का बढ़ा हुआ स्तर शरीर के प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ देता है, जिससे त्वचा, बाल और जोड़ों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
त्वचा पर तनाव का प्रभाव
तनाव के कारण चेहरे पर एक्ने और एक्जिमा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, क्योंकि कोर्टिसोल के बढ़ने से सूजन बढ़ती है। तनाव के चलते त्वचा में कोलेजन की कमी हो जाती है, जिससे झुर्रियां और फाइन लाइन्स जल्दी दिखाई देने लगती हैं। इसके अलावा, तनाव नींद की कमी और डिहाइड्रेशन का कारण बनता है, जिससे त्वचा थकी और बेजान नजर आती है।
बालों पर तनाव का असर
तनाव के कारण रक्त संचार प्रभावित होता है, जिससे बालों को आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता। इसके परिणामस्वरूप बाल झड़ने, पतले होने और कभी-कभी सफेद होने लगते हैं।
जोड़ों पर तनाव का प्रभाव
तनाव शरीर में सूजन को बढ़ाता है, जिससे जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और अकड़न की समस्या उत्पन्न होती है। लंबे समय तक तनाव में रहने पर घुटनों, पीठ और कंधों में दर्द होना आम बात है। यह आर्थराइटिस जैसी समस्याओं को भी बढ़ा सकता है।
तनाव से बचने के उपाय
- तनाव को कम करने के लिए रोजाना कम से कम 8 घंटे की नींद लें।
- संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें।
- दिन में कुछ समय व्यायाम, योग और गहरी सांस लेने के लिए निकालें।
- अपने लिए समय निकालें।
- परिवार या दोस्तों से बातचीत करें, इससे आप अपने विचारों को साझा कर सकेंगे और तनाव कम होगा।