दिल्ली में नशा तस्करी का बड़ा खुलासा: 6.25 करोड़ की हेरोइन के साथ पांच गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने नशा तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया
दिल्ली में नशा तस्करी का भंडाफोड़: दिल्ली पुलिस ने एक बड़े नशा तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक प्रमुख आरोपी अनिल है, जो राजधानी में नशीले पदार्थों की आपूर्ति का सरगना है। पुलिस ने इनसे लगभग 6.25 करोड़ रुपये की हेरोइन बरामद की है। यह कार्रवाई उत्तर बाहरी जिले की पुलिस द्वारा की गई, जिसमें कई स्तरों पर छापेमारी और पूछताछ के बाद सफलता प्राप्त हुई।
20 वर्षों से सक्रिय था अनिल
पुलिस के अनुसार, 50 वर्षीय अनिल पिछले दो दशकों से नशा तस्करी के धंधे में लिप्त था। उसके खिलाफ 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 1998 में हुई एक डकैती का मामला भी शामिल है। एनसीबी, स्पेशल सेल और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच जैसी कई एजेंसियां उसकी तलाश में थीं। अनिल ने अपराध से अर्जित धन से दिल्ली और हरियाणा में कई फ्लैट, व्यावसायिक संपत्तियाँ और वाहन खरीदे हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये आंकी गई है।
जांच की शुरुआत एक महिला से हुई
यह मामला तब सामने आया जब पुलिस ने 29 अगस्त को भलस्वा डेयरी क्षेत्र से 23 वर्षीय अफसाना को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 300 ग्राम हेरोइन मिली। पूछताछ के दौरान मिले सुरागों के आधार पर पुलिस ने बुराड़ी से नरेंद्र (37) और उसकी पत्नी ज्योति (35) को पकड़ा, जिनके घर से 712 ग्राम हेरोइन बरामद की गई।
इसके बाद, 1 सितंबर को निहाल विहार से 38 वर्षीय संतोष को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से 97 ग्राम हेरोइन जब्त की गई। संतोष पर एनडीपीएस एक्ट के तहत एक और आबकारी अधिनियम के तहत तीन मामले दर्ज हैं।
तिलक नगर में अंतिम गिरफ्तारी
संतोष से हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने 8 सितंबर को तिलक नगर के विष्णु गार्डन इलाके में छापा मारा और अनिल को 1.992 किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अनिल ने दिल्ली में चार फ्लैट, एक व्यावसायिक संपत्ति, और हरियाणा के रोहतक में 300 वर्ग गज का प्लॉट, दो कारें और दो स्कूटर अपराध की कमाई से खरीदे हैं।
एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने इस पूरे मामले में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, और भलस्वा डेयरी थाना में केस दर्ज करके आगे की जांच जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि आगे की छानबीन में और भी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ सकती है, जिससे इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और संबंधित संपर्कों का भी खुलासा हो सकेगा।
यह गिरफ्तारी केवल हेरोइन की एक बड़ी खेप की बरामदगी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दर्शाती है कि दिल्ली में फैले हुए नशा तस्करी के नेटवर्क कितने गहरे और संगठित हैं। पुलिस की यह कार्रवाई एक बड़े गिरोह को ध्वस्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिससे राजधानी में नशीले पदार्थों की आपूर्ति पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।