भारत का ऊर्जा बुनियादी ढांचा: हरदीप सिंह पुरी का दृष्टिकोण
भारत की ऊर्जा बुनियादी ढांचे का विकास
नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि भारत अपने ऊर्जा बुनियादी ढांचे का निरंतर विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 'वन नेशन वन गैस ग्रिड' के लक्ष्य पर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि 2014 में देश में केवल 15,000 किलोमीटर प्राकृतिक गैस पाइपलाइनें थीं, जो अब बढ़कर लगभग 25,000 किलोमीटर हो गई हैं, और कई किलोमीटर पाइपलाइनें निर्माणाधीन हैं।
पुरी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, "विपरीत परिस्थितियों में खड़े होकर दिशा बदलना आसान नहीं है। लेकिन जब दूरदर्शी नेता अपने लोगों के साथ मजबूती से खड़े होते हैं, तो यह संभव हो जाता है। जब वैश्विक स्तर पर पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही थीं, तब प्रधानमंत्री मोदी ने सुनिश्चित किया कि इसका असर भारत पर न पड़े।"
उन्होंने आगे कहा कि एक प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में, भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां पिछले तीन वर्षों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम हुई हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया, "प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती की, जिससे आम जनता को पेट्रोल और डीजल पर क्रमशः 13 और 16 रुपए प्रति लीटर की बचत हुई। भाजपा शासित राज्यों ने भी वैट में कमी की।"
पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में पिछले 11 वर्षों में एलपीजी क्रांति आई है, जिसने हर क्षेत्र में बदलाव की लहर पैदा की है। उन्होंने बताया, "प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 10.33 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त कनेक्शन दिए गए हैं। आज भी, उन्हें केवल 553 रुपए में एक सिलेंडर मिलता है, जो अन्य देशों की तुलना में कम है।"
उन्होंने यह भी बताया कि पड़ोसी देश श्रीलंका में इसी सिलेंडर की कीमत 1,204 रुपए, नेपाल में 1,201 रुपए और पाकिस्तान में 1,000 रुपए है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "पश्चिम बंगाल में इस योजना के लाभार्थियों की संख्या 1.25 करोड़ से अधिक है। इस क्रांति ने न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार किया है, बल्कि यह रोजगार सृजन का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी बन गया है। अब क्लीन एनर्जी लगभग हर देश की रसोई में मौजूद है।"