114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह का अंतिम संस्कार 20 जुलाई को
फौजा सिंह की दुखद मृत्यु
मैराथन धावक फौजा सिंह: विश्व के सबसे उम्रदराज 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह का निधन 14 जुलाई को एक कार दुर्घटना के बाद हुआ। उन्हें जालंधर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने 30 घंटे के भीतर आरोपी चालक एनआरआई अमृतपाल सिंह ढ़िल्लों को गिरफ्तार कर लिया और कार भी बरामद कर ली। फौजा सिंह का अंतिम संस्कार 20 जुलाई को जालंधर के ब्यास गांव में किया जाएगा।
अंतिम संस्कार में देरी का कारण
फौजा सिंह की मृत्यु 14 जुलाई को हुई थी, लेकिन उनका अंतिम संस्कार 6 दिन बाद हो रहा है। इसका कारण यह है कि उनका परिवार विदेश में रहता है और वे समय पर गांव नहीं पहुंच सके। हाल ही में, उनकी बहन, बेटी और बड़ा बेटा अपने परिवार के साथ गांव पहुंचे हैं। इंग्लैंड से उनके बड़े बेटे सुखजिंदर सिंह भी आ गए हैं। रविवार सुबह 8 बजे फौजा सिंह का पार्थिव शरीर गांव लाया जाएगा और दोपहर 12 बजे अंतिम संस्कार होगा।
सीएम भगवंत मान की उपस्थिति
फौजा सिंह के छोटे बेटे हरविंदर सिंह ने बताया कि अंतिम संस्कार में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल होंगे। शनिवार को पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने शोक व्यक्त करने के लिए फौजा सिंह के घर जाकर पारिवारिक सदस्यों से मिले।
फौजा सिंह की पहली दौड़
सुखजिंदर सिंह ने बताया कि उनके पिता एक बहुत अच्छे इंसान थे। 1992 में उनकी मां का निधन हुआ और 1993 में उनके भाई की मृत्यु के बाद फौजा सिंह उनके पास रहने लगे। उन्होंने बताया कि उनके पिता की पहली दौड़ 20 किमी की थी।
फौजा सिंह का योगदान
पंजाब के पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने फौजा सिंह के घर जाकर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 114 वर्षीय फौजा सिंह दुनिया के सबसे बड़े मैराथन धावक थे, जिन्होंने अपनी दौड़ के माध्यम से पंजाब और भारत का नाम रोशन किया। कालिया ने बताया कि फौजा सिंह ने विदेश में कई मैराथन रेस जीतकर विश्व रिकॉर्ड बनाए।