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PM मोदी का पाकिस्तान को कड़ा संदेश: आतंकवाद के खिलाफ नया भारत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के धार में अपने 75वें जन्मदिन पर आयोजित जनसभा में पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद द्वारा भारत के ऑपरेशन सिंदूर से हुए नुकसान की स्वीकार्यता का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि नया भारत आतंकवाद का डटकर सामना करता है और किसी भी परमाणु धमकी से नहीं डरता। इस रैली में उन्होंने मसूद अजहर के परिवार की मौत और दिल्ली-मुंबई हमलों में जैश की भूमिका का भी खुलासा किया। जानें पूरी कहानी इस लेख में।
 

PM मोदी की धार रैली में आतंकवाद पर कड़ा संदेश

PM मोदी धार रैली: मध्यप्रदेश के धार में अपने 75वें जन्मदिन पर आयोजित एक बड़ी जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने पहली बार भारत के ऑपरेशन सिंदूर से हुए नुकसान को स्वीकार किया है। पीएम मोदी ने कहा कि यह स्वीकार्यता इस बात का प्रमाण है कि 'नया भारत' आतंकवाद का डटकर सामना करता है और किसी भी परमाणु धमकी से भयभीत नहीं होता।


पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकियों ने हमारी बेटियों का सिंदूर मिटा दिया था। हमने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और उनके आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। हमारी बहादुर सेनाओं ने पल भर में पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। कल पूरी दुनिया ने देखा कि एक पाकिस्तानी आतंकी कैसे अपने जख्मों के बारे में रोते हुए बयान दे रहा था। यह नया भारत है, जो आतंकियों को उनके घरों में घुसकर मारता है और किसी की परमाणु धमकियों से नहीं डरता।


मसूद अजहर के परिवार की मौत की स्वीकार्यता

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जैश कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने एक वायरल वीडियो में स्वीकार किया कि 7 मई को बहावलपुर में भारतीय वायुसेना के हमले में मसूद अजहर के परिवार के सदस्य मारे गए। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 25 पर्यटकों की जान गई थी। बहावलपुर के अलावा, आठ अन्य आतंकी ठिकानों को भी ध्वस्त किया गया था।


दिल्ली और मुंबई हमलों की जिम्मेदारी का खुलासा

मसूद इलियास कश्मीरी ने ना केवल बहावलपुर हमले में हुए नुकसान की पुष्टि की, बल्कि यह भी स्वीकार किया कि जैश-ए-मोहम्मद दिल्ली और मुंबई हमलों में शामिल था। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान का बालाकोट इलाका लंबे समय से मसूद अजहर के मिशनों का केंद्र रहा है।


कश्मीरी ने कहा कि दिल्ली की तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद मसूद अजहर पाकिस्तान लौटे। उनके मिशन और विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए बालाकोट की मिट्टी ने उन्हें आश्रय दिया। यही मिट्टी उस अमीर-उल-मुजाहिदीन की ऋणी है जिसने दिल्ली और मुंबई को हिलाकर रख दिया।


पाकिस्तान की सेना और GHQ की भूमिका

कश्मीरी ने आगे बताया कि बहावलपुर हमले में मारे गए आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल होने का आदेश सीधे पाकिस्तान के जीएचक्यू से आया था। सेना प्रमुख के आदेश पर जनरलों को भेजा गया था। उन्होंने यह भी कहा कि डीजी आईएसपीआर ने जैश और बहावलपुर के बीच संबंधों के सबूत दबाने की कोशिश की।


कश्मीरी ने माना कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान स्थित आतंकी नेटवर्क को हिला कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद आतंकियों में घबराहट फैल गई है। साथ ही, उन्होंने 'मिशन-ए-मुस्तफा' के तहत विभिन्न आतंकी संगठनों को एकजुट होकर फिर से जिहाद शुरू करने की अपील भी की।