बलरामपुर : 25 सौ किमी की पदयात्रा पर निकले सोनू और रवि, देश की अखंडता का संदेश लेकर पहुंचे छत्तीसगढ़
बलरामपुर, 12 नवंबर (हि.स.)। देशभक्ति की लौ जब दिल में जलती है तो रास्ते अपने आप बन जाते हैं। यही कर दिखाया है बिहार के मुंगेर जिले के दो युवाओं, सोनू और रवि (24, 22 वर्ष) ने। दोनों युवाओं ने अपने पैतृक गांव चौराउन से पैदल यात्रा की शुरुआत की है। यह यात्रा महाराष्ट्र के नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय और वीर सावरकर की समाधि स्थल तक जाएगी।
करीब 2500 किलोमीटर की इस ऐतिहासिक पदयात्रा में दोनों युवा राष्ट्र और धर्म की अखंडता का संदेश लेकर निकले हैं। बीती शाम वे छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज पहुंचे, जहां लोगों ने पुष्पवर्षा कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। वे आगे सूरजपुर जिले के प्रतापपुर होते हुए नागपुर की ओर बढ़ेंगे।
सोनू और रवि ने अपनी यात्रा की शुरुआत मुंगेर स्थित आरएसएस शाखा से की थी। उनका कहना है कि, इस यात्रा का उद्देश्य देश के युवाओं में देशभक्ति और धर्म के प्रति जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बताया कि, आज की तेज रफ्तार इंटरनेट दुनिया में जीवन के सच्चे मूल्य कहीं खोते जा रहे हैं, इसलिए वे इस पदयात्रा के माध्यम से लोगों को आत्मिक जुड़ाव और राष्ट्रीय एकता का संदेश देना चाहते हैं।
दोनों युवाओं ने बताया कि, नागपुर पहुंचकर वे वीर सावरकर की समाधि स्थल से पवित्र मिट्टी लेकर अपने गांव लौटेंगे और उसे मुंगेर की शाखा में स्थापित करेंगे। यह उनके अनुसार वीर सावरकर और केशवजी जैसे राष्ट्रनायकों की प्रेरणा को अपने गांव में जीवित रखने का प्रयास है।
करीब 40 दिन की इस पदयात्रा में वे प्रतिदिन लगभग 50 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं। सोनू और रवि मानते हैं कि यह यात्रा केवल कदमों की नहीं, बल्कि राष्ट्र और धर्म के प्रति समर्पण की यात्रा है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय