अमेरिका ने TRF को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया, पाकिस्तान ने उठाए सवाल
अमेरिका का निर्णय और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
हाल ही में, अमेरिका ने कश्मीर के पहलगाम में हुए गंभीर आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकी संगठन के रूप में मान्यता दी है। इस पर पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पाकिस्तान ने इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा है कि हमले की जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है और किसी संगठन पर इस तरह का आरोप लगाना तथ्यों के खिलाफ है। शुक्रवार को पाकिस्तान ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि अमेरिका का यह कदम भारत द्वारा भड़काने का परिणाम है।
TRF को आतंकी संगठन के रूप में मान्यता
अमेरिकी विदेश मंत्री का बयान
गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने घोषणा की कि टीआरएफ, जिसे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का एक मुखौटा संगठन माना जाता है, को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकी (SDGT) की सूची में शामिल किया जाएगा। इस निर्णय के तहत, टीआरएफ पर अमेरिका के अधिकार क्षेत्र में आर्थिक लेनदेन और समर्थन प्राप्त करने पर रोक लग जाएगी।
पहलगाम हमले का संदर्भ
हमले के बाद का निर्णय
यह कदम उस हमले के लगभग तीन महीने बाद उठाया गया है, जिसमें 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी। यह हमला 2008 में मुंबई पर हुए लश्कर-ए-तैयबा के हमले के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे गंभीर आतंकी हमले के रूप में देखा जा रहा है।
पाकिस्तान की आपत्ति
पाकिस्तान का बयान
पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रहा है और इस लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया, “हम हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा करते हैं। पाकिस्तान ने कई आतंकी नेटवर्कों को समाप्त किया है, उनके नेताओं को गिरफ्तार किया है और कार्यकर्ताओं को मुख्यधारा में लाने की कोशिश की है।” इसके साथ ही, पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि लश्कर-ए-तैयबा इस समय निष्क्रिय है और उस पर आरोप लगाना वास्तविकता के खिलाफ है।