×

अल फलाह यूनिवर्सिटी ने दिल्ली ब्लास्ट से संबंध को किया खारिज

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के खुलासे और दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद अल फलाह यूनिवर्सिटी ने अपने संबंध को खारिज किया है। यूनिवर्सिटी ने कहा कि उनके परिसर का उपयोग किसी भी अवैध गतिविधियों के लिए नहीं किया गया। उन्होंने इस घटना में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही गलत जानकारी की निंदा की। यूनिवर्सिटी ने सभी से अपील की है कि वे किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें।
 

अल फलाह यूनिवर्सिटी का आधिकारिक बयान

चंडीगढ़ - फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के खुलासे और दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद अल फलाह यूनिवर्सिटी चर्चा में है। इस यूनिवर्सिटी से जुड़े दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है, जबकि एक अन्य व्यक्ति इस घटना में मारा गया।


इस संदर्भ में, यूनिवर्सिटी ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि उनका इस विस्फोट से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की जिन्होंने इस घटना में अपनी जान गंवाई, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि उनके नाम का उल्लेख करने से यूनिवर्सिटी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है। यूनिवर्सिटी ने यह भी बताया कि कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके बारे में गलत और मनगढ़ंत जानकारी फैलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाना है।


यूनिवर्सिटी के बयान में कहा गया है, "हमारे दो डॉक्टरों की गिरफ्तारी की जानकारी मिली है, लेकिन हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हमारे परिसर का उपयोग किसी भी अवैध गतिविधियों के लिए नहीं किया गया। इस संबंध में जो जानकारी फैलाई जा रही है, वह पूरी तरह से गलत और आधारहीन है। हमारे प्रयोगशालाओं का उपयोग केवल एमबीबीएस और अन्य पाठ्यक्रमों के छात्रों के अध्ययन के लिए किया जाता है।"


यूनिवर्सिटी ने सभी संगठनों और व्यक्तियों से अपील की है कि वे किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें। उन्होंने यह भी कहा कि वे इस कठिन समय में राष्ट्र के साथ खड़े हैं और जांच में पूरी सहयोग देंगे। इसके अलावा, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनके सभी छात्र केवल पढ़ाई में संलग्न हैं।


यूनिवर्सिटी ने बताया कि अल फलाह ग्रुप 1997 से कई संस्थानों का संचालन कर रहा है और अल फलाह यूनिवर्सिटी 2014 में स्थापित हुई थी, जिसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त है। यहां 2019 से मेडिकल की पढ़ाई कराई जा रही है और यहां से निकलने वाले छात्र देश-विदेश के मेडिकल संस्थानों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं।