इंग्लैंड दौरे के बाद 7 खिलाड़ियों को टीम इंडिया से मिलेगा आराम, कोच गंभीर का बड़ा निर्णय
टीम इंडिया का बड़ा फैसला
टीम इंडिया - इंग्लैंड दौरे के बाद, 5 मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान, हेड कोच गौतम गंभीर ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कई खिलाड़ियों को अगले 2 महीने के लिए आराम दिया जाएगा ताकि वे अपनी फिटनेस बनाए रख सकें और आगामी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए तैयार हो सकें।
इस निर्णय का परिणाम यह होगा कि 7 खिलाड़ी, जो इंग्लैंड दौरे का हिस्सा थे, आगामी सीमित ओवरों की श्रृंखला से बाहर रहेंगे और सीधे वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में खेलेंगे। आइए जानते हैं ये 7 खिलाड़ी कौन हैं।
खिलाड़ियों की सूची
शुभमन गिल – कप्तानी में शानदार प्रदर्शन, अब आराम
मोहम्मद सिराज – बुमराह के रिकॉर्ड की बराबरी, अब आराम जरूरी
मोहम्मद सिराज ने इस श्रृंखला में 23 विकेट लेकर बुमराह के रिकॉर्ड की बराबरी की। वे एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के टॉप विकेट टेकर रहे। हालांकि, लगातार गेंदबाजी के कारण उन्हें भी आराम दिया जा सकता है ताकि वे टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
यशस्वी जायसवाल – शानदार प्रदर्शन, लेकिन थकान महसूस कर रहे हैं
युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने इस श्रृंखला में 411 रन बनाए, जिसमें 2 शतक शामिल हैं। लेकिन लगातार खेलने के कारण उनकी थकान साफ नजर आ रही है। टीम प्रबंधन उन्हें सीमित ओवरों से बाहर रखकर टेस्ट में स्थायी भूमिका देना चाहती है।
केएल राहुल – भरोसेमंद बल्लेबाज, लेकिन चोट की चिंता
केएल राहुल ने 5 टेस्ट में 532 रन बनाए और गिल के बाद दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे। लेकिन उनकी फिटनेस को देखते हुए उन्हें एशिया कप या अन्य सीमित ओवरों की श्रृंखला से आराम दिया जा सकता है।
साई सुदर्शन – डेब्यू में फीके, अब तैयारी का समय
साई सुदर्शन को टेस्ट डेब्यू का मौका मिला, लेकिन उन्होंने 6 पारियों में केवल 140 रन बनाए। अब उन्हें घरेलू क्रिकेट में वापसी करने की सलाह दी जा सकती है ताकि वे मजबूत होकर लौटें।
जसप्रीत बुमराह – चोट के कारण सीमित भूमिका, फिटनेस जरूरी
जसप्रीत बुमराह ने इस श्रृंखला में केवल 3 मैच खेले और 14 विकेट लिए, लेकिन उनकी फिटनेस पूरी नहीं थी। उनकी चोट को देखते हुए BCCI उन्हें अगले 2 महीने की सभी श्रृंखलाओं से आराम दे सकता है।
प्रसिद्ध कृष्णा – अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टेस्ट पर ध्यान
प्रसिद्ध कृष्णा ने 3 मैचों में 14 विकेट लिए, लेकिन सीमित ओवरों में उनकी फॉर्म स्थिर नहीं रही है। इसलिए उन्हें भी ODI या T20 से हटाकर टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार किया जा सकता है।