उत्तरकाशी हेलिकॉप्टर दुर्घटना: तकनीकी खराबी नहीं, केबल टकराने से हुआ हादसा
उत्तरकाशी हेलिकॉप्टर दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट
Uttarkashi Helicopter Crash: हेलिकॉप्टर दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने उत्तरकाशी में 8 मई को हुई बेल 407 हेलीकॉप्टर दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, यह हादसा किसी अज्ञात तकनीकी खराबी के कारण नहीं हुआ, बल्कि हेलीकॉप्टर के मुख्य रोटर का ओवरहेड फाइबर केबल से टकराने के कारण हुआ, जिसने आपात लैंडिंग के प्रयास को विफल कर दिया। इस घटना में छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए और हेलीकॉप्टर पूरी तरह से नष्ट हो गया, हालांकि इसमें आग नहीं लगी।
हेलिकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग
उत्तरकाशी में हेलिकॉप्टर ने क्रैश लैंडिंग
विमान VT-OXF, एयरोट्रांस सर्विसेज प्रा. लिमिटेड द्वारा संचालित, सुबह 8:11 बजे खरसाली हेलीपैड से झाला हेलिपैड के लिए उड़ान भरी थी। यह चार धाम यात्रा के लिए एक चार्टर उड़ान थी, जो एकल-पायलट जोन में संचालित हो रही थी और इसका निर्धारित उड़ान स्तर 10,500 फीट AMSL था।
केबल टकराने और रेस्क्यू ऑपरेशन
केबल टकराव और रेस्क्यू
उड़ान के लगभग 20 मिनट बाद, हेलीकॉप्टर ने निर्धारित ऊंचाई से नीचे उतरना शुरू किया। गंगनानी के पास एनएच-34 रोड पर आपातकालीन लैंडिंग का प्रयास किया गया। इसी दौरान, मुख्य रोटर ओवरहेड फाइबर केबल से टकरा गया, जिससे हेलीकॉप्टर सड़क किनारे बैरिकेड्स से टकराकर लगभग 250 फीट नीचे एक खाई में गिर गया और पेड़ से टकराकर रुक गया। रिपोर्ट के अनुसार, पायलट और पांच यात्री गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि एक यात्री को गंभीर चोटें आईं। विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन आग नहीं लगी। हेलीकॉप्टर उड़ान के लिए पूरी तरह से फिट था और 3 मई को टेल रोटर टिप की मरम्मत 7 मई को पूरी की गई थी, साथ ही 25 अप्रैल को निर्धारित निरीक्षण भी किया गया था।
मलबे की जांच और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
मलबे की जांच और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
दुर्घटना स्थल और मलबे का AAIB द्वारा विस्तृत दौरा किया जा रहा है। मलबे को सुरक्षित स्थान पर भेजकर तकनीकी विश्लेषण जारी है। अमेरिकी NTSB, कनाडा का TSB और रोल्स-रॉयस के विशेषज्ञ भी इस जांच में सहयोग कर रहे हैं, जिससे दुर्घटना के मूल कारण का पता लगाने में मदद मिलेगी।