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कनाडा में भारतीय युवक की वापसी की चाह: क्या विदेश में जीवन वैसा है जैसा सोचा था?

एक भारतीय युवक ने कनाडा में अपने अनुभव साझा किए हैं, जहां वह अब अपनी नागरिकता को लेकर पछता रहा है। उसने बताया कि वहां का माहौल उसके लिए असहनीय हो गया है और अब वह भारत लौटने की इच्छा रखता है। सोशल मीडिया पर उसकी कहानी ने कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विदेश में जीवन हमेशा वैसा नहीं होता जैसा सोचा जाता है। जानें उसकी कहानी और कनाडा में जीवन की सच्चाई।
 

एक भारतीय युवक का कनाडा में अनुभव

अंतरराष्ट्रीय समाचार: कनाडा जाने का सपना देखने वाला एक भारतीय युवक अब अपनी स्थिति से निराश है। उसने सोशल मीडिया पर साझा किया कि वहां की जिंदगी उसकी अपेक्षाओं के विपरीत है। अब वह कनाडा की नागरिकता ले चुका है, लेकिन उसे लगता है कि यह उसकी सबसे बड़ी गलती थी। उसके अनुसार, वहां भारत के खिलाफ एक नकारात्मक माहौल बनता जा रहा है, और अब वह वापसी का रास्ता खोज रहा है।


अपनी पीड़ा व्यक्त की ऑनलाइन

रेडिट पर उस युवक ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, "मैं डेढ़ साल पहले कनाडा का नागरिक बना था, लेकिन अब मेरा दिल बेचैन है। यहां की स्थिति डरावनी है। ऐसा लगता है जैसे मैंने अपने ज़मीर को बेचकर नागरिकता हासिल की। अब मुझे अपने वतन की मिट्टी की याद आ रही है।" उसके इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर चर्चा को जन्म दिया है।


भारत लौटने की इच्छा

उस युवक ने यह भी बताया कि वह अब भारत वापस लौटना चाहता है और OCI (ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया) लेने की जानकारी मांग रहा है। उसने कहा कि चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, वह भारत में फिर से बसना चाहता है। कनाडा में बढ़ती बेरुखी और समाज में नफरत उसे बेचैन कर रही है। अब उसे केवल अपने देश की मोहब्बत नजर आ रही है।


सोशल मीडिया पर मिली सहानुभूति

लोगों ने उसकी पोस्ट पर भावुक प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ ने कहा कि यह अनुभव कई लोगों का है, और वह अकेला नहीं है। कुछ ने समझाया कि वापसी का रास्ता आसान नहीं है, लेकिन अगर इरादा मजबूत हो तो संभव है। कई यूज़र्स ने कहा कि कुछ घटनाओं के आधार पर पूरे देश को दोष नहीं देना चाहिए, लेकिन कई ने माना कि कनाडा में माहौल बदल रहा है।


कुछ ने साझा किए सकारात्मक अनुभव

कुछ यूज़र्स ने अपने अनुभव साझा किए कि उन्होंने कनाडा में कभी भेदभाव का सामना नहीं किया। एक ने लिखा कि जब एक गोरी लड़की ने बदतमीजी की, तो मैनेजर ने उसे दो दिन में निकाल दिया। वहां इंसाफ मिलता है, बस आवाज़ उठानी पड़ती है। हर जगह की स्थिति एक जैसी नहीं होती।


जीवन के निर्णय आसान नहीं होते

अन्य यूज़र्स ने उसे सलाह दी कि यदि उसके पास भारत में काम का अनुभव है, तो वापसी आसान हो सकती है। अन्यथा, संघर्ष निश्चित है। एक यूज़र ने कहा कि सपनों से ज्यादा महत्वपूर्ण हकीकत होती है। यदि कनाडा में रहना है, तो मानसिक रूप से मजबूत रहना होगा। बचत और निवेश पर ध्यान देना चाहिए, यही रास्ता दिखाएगा।


भारत की मिट्टी की पुकार

इस पूरी कहानी ने एक महत्वपूर्ण सच्चाई को उजागर किया है। विदेश जाने का सपना हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता। कभी-कभी जड़ें इतनी गहरी होती हैं कि उन्हें छोड़ना संभव नहीं होता। और जब कोई वापसी का रास्ता खोजता है, तो उसे अपने वतन की अहमियत का एहसास होता है।