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केंद्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए सहायता राशि जारी की

केंद्र सरकार ने बाढ़ से प्रभावित पंजाब और हिमाचल प्रदेश के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की है। पंजाब को 240 करोड़ रुपये और हिमाचल प्रदेश को 198 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है। यह सहायता बाढ़ राहत और पुनर्वास कार्यों को तेज करने के लिए है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताया कि सरकार प्रभावित परिवारों को शीघ्र राहत सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सहायता भी प्रदान कर सकती है। जानें इस सहायता के पीछे की पूरी कहानी और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति के बारे में।
 

बाढ़ राहत के लिए वित्तीय सहायता

केंद्र सरकार ने बाढ़ से प्रभावित राज्यों की मदद के लिए पंजाब और हिमाचल प्रदेश को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के तहत अग्रिम वित्तीय सहायता प्रदान की है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने इस संबंध में जानकारी साझा की। गृह मंत्रालय की सिफारिश पर, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए पंजाब को 240 करोड़ रुपये और हिमाचल प्रदेश को 198 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।


गृह मंत्रालय ने बताया कि यह धनराशि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के लिए दी गई है। केंद्र सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को निर्देश दिया है कि वह इस राशि को संबंधित राज्य सरकारों के खातों में तुरंत स्थानांतरित करे ताकि इसका त्वरित उपयोग किया जा सके।


केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार एक बार फिर पंजाब के साथ खड़ी है। पहले 1600 करोड़ रुपये जारी करने के बाद, अब सरकार ने राज्य आपदा राहत कोष के लिए अतिरिक्त 240.80 करोड़ रुपये जारी किए हैं। मोदी सरकार की यह प्रतिबद्धता है कि पंजाब और उसके निवासियों को हर कठिनाई में पूरा सहयोग मिले।


बाढ़ के कारण दोनों राज्यों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। मंत्रालय के अनुसार, यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत और पुनर्वास कार्य बाधित न हों। हाल के दिनों में लगातार बारिश और बाढ़ ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है।


केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित परिवारों को शीघ्र राहत सुनिश्चित करने के लिए, यदि आवश्यक हुआ तो राज्यों को अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाएगी। बाढ़ के कारण पंजाब में लगभग 4,00,000 एकड़ भूमि नष्ट हो गई है। कुछ गाँव पंजाब से पूरी तरह कट गए हैं, जहाँ पहुँचने का एकमात्र साधन नावें हैं।