गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन के नाम में बदलाव की कोई योजना नहीं: केंद्रीय मंत्री
गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन पर केंद्रीय मंत्री का बयान
गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय को इस ट्रेन का नाम बदलने के लिए कोई औपचारिक अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है। यह बयान अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में आया।
कांग्रेस सांसद ने यह जानना चाहा कि क्या सरकार यात्रियों की गरिमा और स्वाभिमान को लेकर बढ़ती जनभावना के प्रति जागरूक है। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या केंद्र सरकार मानती है कि 'गरीब रथ' शब्द अब उभरते मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं के साथ मेल नहीं खाता।
केंद्रीय मंत्री का उत्तर
अपने उत्तर में वैष्णव ने कहा कि मंत्रालय को नाम बदलने का कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिला है। गरीब रथ एक्सप्रेस, जो कम लागत वाली एसी रेल सेवा के रूप में शुरू की गई थी, अपने मौजूदा नाम से ही चलती रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय रेलवे सभी वर्गों को किफायती और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, 'गरीब रथ ट्रेनों के नाम में बदलाव का कोई अनुरोध नहीं आया है, फिर भी रेलवे ने वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत जैसी नई सेवाएं विकसित की हैं।'
144 वंदे भारत ट्रेनें चालू
वैष्णव ने रेलवे की नई पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्तमान में भारतीय रेलवे के विद्युतीकृत नेटवर्क पर 144 वंदे भारत ट्रेनें संचालित हैं। उन्होंने बताया कि कम और मध्यम आय वाले परिवारों के लिए किफायती परिवहन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अमृत भारत सेवाएं शुरू की गई हैं, जो पूरी तरह से नॉन-एसी आधुनिक ट्रेनें हैं।
अमृत भारत की संरचना में 11 सामान्य श्रेणी के कोच, 8 स्लीपर क्लास के कोच, 01 पेंट्री कार और 02 सामान सह दिव्यांगजन कोच शामिल हैं।