गोवा नाइट क्लब में सिलेंडर विस्फोट से 23 लोगों की मौत
गोवा में नाइट क्लब हादसे का कारण
नई दिल्ली: गोवा के एक नाइट क्लब में हुए हादसे का कारण सामने आया है, जिसमें किचन में सिलेंडर के फटने से आग लगी। इस आग ने तेजी से फैलते हुए पूरे बेसमेंट को धुएं से भर दिया। इस घटना में 23 लोगों की जान गई, जिनमें से 20 की मौत दम घुटने से हुई, जबकि तीन लोग आग में जल गए। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि क्लब में अग्नि सुरक्षा के पर्याप्त उपाय नहीं थे और सिलेंडर विस्फोट मुख्य कारण था।
घटना का स्थान और प्रतिक्रिया
यह घटना पणजी से लगभग 25 किलोमीटर दूर हुई है, जिससे पूरे गोवा में शोक और चिंता का माहौल है। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि जब विस्फोट हुआ, तो लोग घबराकर बाहर निकलने के बजाय बेसमेंट की ओर भाग गए। उस समय कई कर्मचारी वहां मौजूद थे, और धुएं के कारण स्थिति तेजी से बिगड़ गई। अधिकांश लोगों की मौत धुएं के कारण हुई।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की प्रतिक्रिया
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घटना स्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने इसे एक दुखद घटना बताया और कहा कि प्रारंभिक जांच में क्लब द्वारा अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करने की बात सामने आई है। सावंत ने बताया कि मृतकों में अधिकांश किचन कर्मचारी थे, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं, और कुछ पर्यटक भी इस हादसे का शिकार हुए। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
गोवा पुलिस के डीजीपी आलोक कुमार ने बताया कि रात 12:04 बजे आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की टीमों को तुरंत भेजा गया। कई घंटों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी शवों को बाहर निकाला गया और बांबोलिम के सरकारी मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
बीजेपी विधायक की चेतावनी
बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने इस घटना को गंभीर लापरवाही का मामला बताते हुए राज्य के सभी क्लबों का अग्नि सुरक्षा ऑडिट कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिन क्लबों के पास अनुमति नहीं होगी, उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे। प्रशासन ने संकेत दिया है कि क्लब प्रबंधन और जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।