चीन के तीन अंतरिक्ष यात्रियों की धरती पर वापसी का रास्ता साफ
बीजिंग से बड़ी खबर
बीजिंग: चीन के तीन अंतरिक्ष यात्रियों की धरती पर लौटने की प्रक्रिया अब स्पष्ट हो गई है। इन अंतरिक्ष यात्रियों का यान अंतरिक्ष में मलबे के एक टुकड़े से टकरा गया था, जिसके कारण उनकी वापसी में देरी हुई थी। अब, चीन एक नया क्रू अंतरिक्ष में भेज रहा है, और ये यात्री उसी नए यान (शेनझोउ-21) के माध्यम से वापस आएंगे।
मलबे की टक्कर से हुई थी देरी
चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार, ये तीनों अंतरिक्ष यात्री तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर छह महीने के मिशन पर थे। उनकी वापसी 1 नवंबर को नए दल के आगमन के चार दिन बाद निर्धारित की गई थी।
हालांकि, उनके मूल यान 'शेनझोउ-20' को अंतरिक्ष मलबे के एक छोटे टुकड़े से टकराने की आशंका के कारण उनकी वापसी को स्थगित कर दिया गया था।
अप्रैल में गए, अब लौटेंगे नए यान से
रिपोर्टों के अनुसार, अब ये अंतरिक्ष यात्री 'शेनझोउ-21' यान से वापस लौटेंगे। चेन डोंग, चेन झोंगरुई और वांग जी ने इसी वर्ष अप्रैल में तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी।
चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष इंजीनियरिंग कार्यालय ने एक बयान जारी कर उनकी स्थिति को स्पष्ट किया है। बयान में कहा गया है, "वे (अंतरिक्ष यात्री) स्वस्थ हैं, कार्य कर रहे हैं और सामान्य जीवन जी रहे हैं।"
चीन का अंतरिक्ष कार्यक्रम
चीन ने 2003 में अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत की थी और तब से लगातार प्रगति कर रहा है। चीन ने न केवल अपना स्थायी अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित किया है, बल्कि 2030 तक चंद्रमा पर मानव को उतारने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी रखा है।
शेनझोउ-21 मिशन में एक और विशेषता है। इस मिशन में प्रयोगों के लिए चूहों को भी अंतरिक्ष में भेजा गया है, जो चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम में पहली बार हो रहा है।