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ट्रंप ने एच-1बी वीजा नीति में बदलाव का संकेत दिया, अमेरिका में प्रतिभा की कमी स्वीकार की

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा नीति में नरमी दिखाई है और अमेरिका में प्रतिभा की कमी को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि देश को विदेशी कुशल श्रमिकों की आवश्यकता है और एच-1बी वीजा प्रणाली को बंद नहीं किया जा सकता। ट्रंप ने हाल ही में वीजा शुल्क में वृद्धि की थी, लेकिन अब उनके बयान से यह संकेत मिलता है कि नियमों में बदलाव हो सकता है। जानें इस मुद्दे पर उनके विचार और इसके पीछे के कारण।
 

ट्रंप का एच-1बी वीजा पर नया रुख


वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा नीति में नरमी दिखाई है। उन्होंने स्वीकार किया है कि अमेरिका में कुशल श्रमिकों की कमी है, जिससे यह प्रणाली बंद नहीं की जा सकती। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका केवल लंबे समय से बेरोजगार लोगों पर निर्भर रहकर अपनी तकनीक और उद्योग को आगे नहीं बढ़ा सकता। इसके लिए विदेशी कुशल श्रमिकों की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी श्रमिकों के वेतन में वृद्धि होनी चाहिए, लेकिन देश को आगे बढ़ने के लिए प्रतिभा लाना भी आवश्यक है।


एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि

ट्रंप ने कहा कि यदि एच-1बी वीजा प्रणाली को बंद किया गया, तो इसका प्रतिकूल प्रभाव देश पर पड़ेगा। हाल के महीनों में, ट्रंप प्रशासन ने एच-1बी वीजा शुल्क को बढ़ाकर 100,000 अमेरिकी डॉलर कर दिया था। यह निर्णय बाहरी लोगों को रोकने और अमेरिकी नागरिकों को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से लिया गया था। अब ट्रंप ने इस मामले में अपने रुख में बदलाव किया है। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि काम के लिए प्रतिभाशाली लोगों की आवश्यकता होती है, न कि केवल भीड़ की।


भारतीयों की संख्या में वृद्धि

ट्रंप के बयान के बाद, यह संभावना जताई जा रही है कि एच-1बी वीजा के नियमों में फिर से बदलाव हो सकता है। सबसे अधिक भारतीय इस वीजा का उपयोग करते हैं। अमेरिकी सरकार के अनुसार, 2023-24 में 283,397 भारतीय इस वीजा पर अमेरिका आए थे। इसके बाद चीन का स्थान है, जहां 46,680 लोगों ने एच-1बी वीजा का उपयोग किया। इसके अलावा, कनाडा, फिलीपींस, नाइजीरिया और ब्राजील के नागरिकों को भी यह वीजा दिया गया है।


अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्ती

डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी में दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद इमिग्रेशन और वीजा के मुद्दे पर सख्ती दिखाई है। उन्होंने अवैध रूप से रह रहे लोगों को वापस भेजने का अभियान चलाया है। ट्रंप के निर्देश पर, अमेरिकी प्रशासन ने वीजा नियमों में ऐसे बदलाव किए हैं, जिससे विदेशी श्रमिकों को अमेरिका में आने और काम करने में कठिनाई हो। उनके हालिया बयान को इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बदलाव माना जा रहा है।