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दिल्ली पुलिस ने डिजिटल ठगी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया

दिल्ली पुलिस ने एक डॉक्टर से 14.85 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला तब सामने आया जब डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जांच में पता चला कि आरोपियों ने एक फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर डॉक्टर को कॉल किया और उसे डराकर पैसे ट्रांसफर कराए। पुलिस ने डिजिटल ट्रेल्स के माध्यम से आरोपियों को बेंगलुरु और कोलकाता से पकड़ा। इस मामले में और भी गहराई से जांच की जा रही है, जिसमें आरोपियों के नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है।
 

दिल्ली में डिजिटल ठगी का मामला

दिल्ली डिजिटल ठगी मामला: दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट साइबर टीम ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण डिजिटल ठगी के मामले का खुलासा किया है। दो व्यक्तियों ने एक डॉक्टर से 14.85 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और डिजिटल ट्रेल्स के आधार पर मुख्य आरोपियों मोहम्मद साहिन खान और बुद्धदेव हजारा को बेंगलुरु और कोलकाता से गिरफ्तार किया। पूछताछ में यह सामने आया कि हजारा ने खान से उसके बैंक खाते की जानकारी प्राप्त की थी ताकि वह ठगी के पैसे उसमें जमा कर सके। खान ने हजारा को बैंक खाते का इंटरनेट यूजर आईडी, पासवर्ड, चेक बुक और एटीएम कार्ड प्रदान किया था। इसके बदले में खान को 1.5 लाख रुपये का कमीशन भी दिया गया था।


हजारा का पूर्व बैंकिंग अनुभव

पूर्व बैंकर्मी भी रहा है हजारा


सेंट्रल डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि टीम ने बेंगलुरु में आरोपी का स्थान खोज निकाला था। पूछताछ में यह भी पता चला कि हजारा ने ऑनलाइन धोखाधड़ी करने से पहले कई बैंकों के लोन विभाग में काम किया था। पुलिस की एक विशेष टीम ने धोखाधड़ी के लेनदेन को एक फर्जी पते पर चलाने का पता लगाया।


जांच जारी है

अभी भी जारी है जांच


पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 170, 384, 388, 420 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों के नेटवर्क की और जांच की जा रही है।


ठगी में प्रयोग किए गए खाते पर कई शिकायतें

ठगी में प्रयोग खाते पर मिली कई शिकायतें


पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने डॉक्टर को सरकारी अधिकारी बनकर कॉल किया और उसे डराकर लाखों रुपये ट्रांसफर कराए। जांच में यह भी सामने आया कि जिस बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर किए गए थे, उसका पहले भी ठगी में इस्तेमाल किया गया है। उस खाते के खिलाफ महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक में लगभग 10 ऐसी ही शिकायतें दर्ज हैं।