दिल्ली में लाल किले के पास धमाका: क्या है पाकिस्तान की भूमिका?
दिल्ली में भयानक धमाका
सोमवार की शाम, दिल्ली की राजधानी में लाल किले के निकट एक ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी एक कार में जोरदार धमाका हुआ। इस घटना में 12 लोगों की जान चली गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। धमाके के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और पुलिस तथा राहत टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। प्रारंभिक जांच में सुरक्षा एजेंसियों ने इसे एक संभावित आतंकी साजिश के रूप में देखा है।
पाकिस्तान की संलिप्तता का आरोप
केंद्रीय मंत्री रवीनीत सिंह बिट्टू ने इस घटना पर एक गंभीर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट के पीछे पाकिस्तान का हाथ है और केंद्र सरकार किसी भी दोषी को नहीं बख्शेगी। बिट्टू ने आश्वासन दिया कि गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने देशभर में बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किए हैं। मंत्री ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत जांच तेजी से चल रही है।
धमाके का विवरण
यह धमाका सोमवार शाम को रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के पास हुआ। एक धीमी गति से चल रही कार में अचानक जोरदार विस्फोट हुआ, जिससे वाहन के परखच्चे उड़ गए। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़े कई लोग घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि तीन ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के बाद राजधानी में सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है और सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी बढ़ा दी गई है।
एनआईए की जांच और संदिग्धों की गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में यूएपीए और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। एनआईए और पुलिस की संयुक्त टीमों ने दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर छापेमारी की है। अब तक आठ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि यह हमला एक संगठित आतंकी मॉड्यूल द्वारा किया गया था, जिसका नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है।
डॉक्टरों पर संदेह
गिरफ्तार किए गए आठ संदिग्धों में तीन डॉक्टर शामिल हैं, जिनके जैश-ए-मोहम्मद और अंसर गजवत-उल-हिंद जैसे आतंकी संगठनों से संबंध होने की आशंका है। फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से भी तीन डॉक्टरों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। माना जा रहा है कि यह मॉड्यूल जम्मू-कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश तक सक्रिय था।
पीएम मोदी का दौरा
भूटान दौरे से लौटने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोक नायक अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। पीएम ने डॉक्टरों को निर्देश दिया कि घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। इस बीच, दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है और जांच एजेंसियां धमाके की हर कड़ी को सुलझाने में जुटी हैं।