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दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग: जिगाना पिस्टल का पाकिस्तान से भारत में प्रवेश

उत्तर प्रदेश के बरेली में दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग में जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल हुआ। यह पिस्टल पाकिस्तान से भारत में ड्रोन के माध्यम से लाई जाती है। जानिए इस पिस्टल का अतीक अहमद और सिद्धू मूसेवाला से क्या संबंध है और कैसे यह गैंगस्टरों तक पहुंचती है। इस विदेशी हथियार की बढ़ती मांग और इसके खतरनाक उपयोग के बारे में जानें।
 

बरेली में फायरिंग की घटना

UP News: उत्तर प्रदेश के बरेली में बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के निवास पर हुई फायरिंग के मामले में दो संदिग्धों के पास से जिगाना पिस्टल बरामद की गई है। यह पिस्टल गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस द्वारा जब्त की गई।


जिगाना पिस्टल का रास्ता

ड्रोन का उपयोग


पुलिस की टीम के अनुसार, जिगाना पिस्टल पाकिस्तान से भारत में ड्रोन के माध्यम से लाई जाती है। यह पिस्टल तुर्की में निर्मित होती है और पहले पाकिस्तान पहुंचाई जाती है। इसके बाद, इसे पंजाब की सीमा से होते हुए भारत में भेजा जाता है, जहां यह गैंगस्टरों को 5 से 7 लाख रुपये में बेची जाती है।


अतीक अहमद और सिद्धू मूसेवाला का संबंध

कुख्यात अपराधियों से कनेक्शन


जिगाना पिस्टल का उपयोग उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में किया गया था। इसके अलावा, पंजाब में सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी इसी पिस्टल का इस्तेमाल हुआ था। भारत में इस पिस्टल की मांग लगातार बढ़ रही है।


कैराना से सप्लाई

पाकिस्तान से कैराना तक


उत्तर प्रदेश के कैराना में कई लोगों के रिश्तेदार पाकिस्तान में हैं, जिससे जिगाना पिस्टल को वहां से मंगवाने में मदद मिलती है। इसके बाद, इसे गैंगस्टरों को सप्लाई किया जाता है। इस प्रक्रिया में एक विस्तृत नेटवर्क काम करता है, जिसमें कमीशन तय होता है।


जिगाना पिस्टल की विशेषताएँ

क्या है जिगाना पिस्टल?


जिगाना पिस्टल एक विदेशी हथियार है, जो एक बार में 15 गोलियां फायर कर सकती है। इसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि इसे चलाना आसान होता है और यह फायरिंग के दौरान कभी भी फंसती नहीं है। भारत में इस पिस्टल का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है, फिर भी इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।