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पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा में बढ़ती हिंसा और इमरान खान की सुरक्षा पर खतरा

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हाल ही में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं, जहां पठानों ने मुनीर की सेना के खिलाफ विद्रोह का ऐलान किया है। इमरान खान की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद उनकी सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। उनकी पत्नी बुशरा बीबी को भी प्रताड़ित किया जा रहा है। इस बीच, इमरान के बेटे विद्रोह में शामिल हो गए हैं। जानें इस जटिल स्थिति के बारे में और क्या हो रहा है पाकिस्तान में।
 

पाकिस्तान में बढ़ती हिंसा

पाकिस्तान समाचार: बलूचिस्तान के बाद अब खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भी हिंसा की लहर उठी है। पठानों ने मुनीर की सेना के खिलाफ विद्रोह का ऐलान किया है। पठान समुदाय में गुस्सा इस कारण है कि मुनीर की सेना वजीरिस्तान में उनके खिलाफ अत्याचार कर रही है। इसके साथ ही, इमरान खान, जिन्हें 'नियाजी पठान' कहा जाता है, की हत्या की साजिश का खुलासा हुआ है।


इमरान खान की सुरक्षा पर सवाल

इमरान खान ने हाल ही में एक पत्र में कहा था कि यदि उन्हें कुछ होता है, तो इसके लिए आसिम मुनीर जिम्मेदार होंगे। उनकी पार्टी, पीटीआई, का आरोप है कि पूर्व प्रधानमंत्री को जेल में मौत के कक्ष में रखा गया है।


बुशरा बीबी की स्थिति

बुशरा बीबी को भी प्रताड़ित किया जा रहा है

इमरान खान ने कहा कि उनकी पत्नी को भी प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें अदियाला जेल में रखा गया है, जहां उनके और बुशरा बीबी के बिजली कनेक्शन काट दिए गए हैं। उन्हें किसी से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है, और इमरान की बहन का दावा है कि आसिम मुनीर ने इमरान की हत्या की योजना बनाई है।


विद्रोह में शामिल इमरान के बेटे

इस बीच, इमरान खान के दोनों बेटे लंदन से पाकिस्तान लौट आए हैं और खैबर पख्तूनख्वा में चल रहे विद्रोह में भाग ले रहे हैं। उनकी पार्टी 5 अगस्त को पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रही है।


पठानों की जनसंख्या

पाकिस्तान में 18 प्रतिशत पठान

पाकिस्तान में पठानों की जनसंख्या लगभग 18 प्रतिशत है, जिनमें से अधिकांश खैबर प्रांत में रहते हैं। यह क्षेत्र पीटीआई का गढ़ माना जाता है। हाल के घटनाक्रमों के कारण यहां की सरकार भी संकट में है, जिससे इमरान ने मुनीर सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।


बलूचिस्तान में उत्पात

बलूच लड़ाके पहले से ही उत्पात मचा रहे

बलूचिस्तान में लड़ाकों ने पहले से ही आतंक मचाया हुआ है। इन लड़ाकों के कारण क्वेटा और आसपास के क्षेत्रों में लंबे समय से धारा 144 लागू है। जनवरी से जून 2025 के बीच, बलूच लड़ाकों ने 286 हमले किए, जिनमें 780 लोग मारे गए। हाल ही में, बलूच लड़ाकों ने साबरी ब्रदर्स के तीन कव्वालों की हत्या कर दी, जिससे पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ गई है।