बिहार विधानसभा चुनाव 2025: एनडीए ने फिर से दिखाई ताकत
चुनाव में एनडीए की बढ़त
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने एक बार फिर से अपनी स्थिति मजबूत की है। चुनाव आयोग के प्रारंभिक रुझानों के अनुसार, एनडीए ने 195 सीटों पर बढ़त बनाई है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने दोपहर 12:30 बजे तक 87 सीटों पर बढ़त बनाए रखी, जिससे वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। इसके अलावा, भाजपा की सहयोगी जदयू 79 सीटों पर आगे चल रही है। एनडीए के अन्य सहयोगी दलों में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 21, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 5 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 3 सीटों पर बढ़त मिली है।
यदि ये रुझान परिणामों में तब्दील होते हैं, तो यह बिहार में एनडीए की 2010 के बाद दूसरी सबसे बड़ी जीत होगी।
2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में, जदयू और भाजपा के नेतृत्व में एनडीए ने 206 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। जदयू ने 115 सीटें जीतकर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनने का गौरव प्राप्त किया, जबकि भाजपा ने 91 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी का स्थान हासिल किया। राजद के नेतृत्व वाले गठबंधन को केवल 25 सीटों पर जीत मिली, जिसमें राजद ने अकेले 22 सीटें जीतीं और एलजेपी ने 3 सीटें जीतीं।
महागठबंधन को बिहार की जनता ने नकार दिया है। महागठबंधन की प्रमुख पार्टी राजद को केवल 31 सीटों पर बढ़त मिली है, जबकि कांग्रेस 5 सीटों पर आगे है। अन्य घटक दलों में भाकपा-माले को 6, माकपा और भाकपा को 1-1 सीट पर बढ़त मिली है।
चुनाव आयोग के रुझानों के अनुसार, एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) को 4 और बहुजन समाज पार्टी को 1 सीट पर बढ़त मिली है।
यह रुझान प्रारंभिक चरण की मतगणना के आधार पर हैं। हालांकि, अंतिम दौर तक वोटों की गिनती में आंकड़ों में बदलाव संभव है।
सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हुई। पहले डाक मतपत्रों की गिनती की गई, इसके बाद सुबह 8:30 बजे से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के मतों की गिनती शुरू हुई।