भारत की 10 मिनट डिलीवरी ऐप ब्लिंकिट पर अमेरिका में चर्चा
ब्लिंकिट का अनोखा दावा
भारत में, ब्लिंकिट ऐप का दावा है कि यह हर दिन लाखों लोगों को केवल 10 मिनट में सामान पहुंचा सकता है। यदि आप कुछ भूल गए हैं और अचानक उसकी आवश्यकता महसूस करते हैं, तो इस ऐप का उपयोग करके आप उसे खरीद सकते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस ऐप के माध्यम से लोगों की जरूरतें चंद सेकंड में पूरी हो जाती हैं.
पूर्व गूगल कर्मचारी की प्रतिक्रिया
हाल ही में, अमेरिका में एक पूर्व गूगल कर्मचारी ने ब्लिंकिट के बारे में एक नई बहस शुरू की है, जो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा का विषय बन गई है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में काम करने वाले बिलावल सिद्धू ने एक्स पर अपने अनुभव साझा किए, जहां उनके ट्वीट को 24 लाख से अधिक बार देखा गया है.
सिद्धू का ट्वीट
सिद्धू की हैरानी
सिद्धू ने अपनी पोस्ट में लिखा, "भारत में ब्लिंकिट नाम का एक ऐप है जहां आप सचमुच में 10 मिनट में कुछ भी मगवा सकते हैं। मैं तो हैरान रह गया।" उनके इस ट्वीट पर कई लोगों ने प्रतिक्रियाएं दीं, जिसमें भारत के त्वरित वाणिज्य प्रदाताओं की दक्षता और अमेरिका की धीमी वितरण प्रणालियों की तुलना की गई.
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
एक यूजर ने पूछा, "भारत भविष्य में है - आपको क्या लगता है उन्होंने यह कैसे किया?" वहीं, एक अन्य ने कहा, "भारत में रहते हुए तो यह देखकर आश्चर्य होता है, लेकिन जब आप अमेरिका वापस आते हैं तो सब कुछ बहुत धीमा लगता है."
ब्लिंकिट की कार्यप्रणाली
ब्लिंकिट, जो दिसंबर 2013 में शुरू हुआ, भारत के क्विक-कॉमर्स क्षेत्र में एक प्रमुख प्लेटफॉर्म बन गया है। इसका मुख्यालय गुड़गांव में है और यह विकेन्द्रीकृत पूर्ति केंद्रों का उपयोग करता है, जिन्हें "डार्क स्टोर्स" कहा जाता है। यह ऐप घरेलू सामान, टॉयलेटरीज, सफाई उत्पादों और व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों के साथ-साथ दैनिक आवश्यकताओं की त्वरित डिलीवरी के लिए डिज़ाइन किया गया है.