भारत पर अमेरिकी टैरिफ का कड़ा जवाब: विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
भारत पर अतिरिक्त टैरिफ का मुद्दा
भारत पर अमेरिकी टैरिफ: अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के निर्णय पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मंत्रालय ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
अमेरिका के निर्णय पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "हाल के समय में, अमेरिका ने भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है। हमने पहले ही स्पष्ट किया है कि हमारा आयात बाजार की स्थितियों पर निर्भर है, जिसका मुख्य उद्देश्य 1.4 अरब भारतीयों के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है।"
अमेरिका का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण
‘अमेरिका का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण’
विदेश मंत्रालय ने ट्रंप द्वारा लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर ऐसे कदम उठाने का निर्णय लिया है, जो अन्य कई देश भी अपने राष्ट्रीय हितों के तहत कर रहे हैं। हम दोहराते हैं कि ये कदम अनुचित हैं।"
टैरिफ की कुल दर
भारत पर कुल 50% टैरिफ लगाया गया; 25% अतिरिक्त कर लगाया गया
डोनाल्ड ट्रंप ने 6 अगस्त, 2025 को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उन्होंने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का निर्णय लिया। इसके परिणामस्वरूप, अमेरिका में भारतीय उत्पादों पर कुल शुल्क अब 50 प्रतिशत हो गया है। प्रारंभिक शुल्क 7 अगस्त से लागू होगा, जबकि अतिरिक्त शुल्क 21 दिन बाद प्रभावी होगा।
ट्रंप की चेतावनी
ट्रंप ने 5 अगस्त, 2025 को चेतावनी दी थी कि यदि भारत रूस से तेल और गैस खरीदना जारी रखता है, तो वह 24 घंटे के भीतर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि रूस इस तेल बिक्री से प्राप्त धन का उपयोग यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कर रहा है, जबकि भारत सस्ते तेल के लिए इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।