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यमुनानगर में राजकीय उच्च विद्यालयों की संख्या बढ़ाने की योजना

यमुनानगर में शिक्षा विभाग ने राजकीय उच्च विद्यालयों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत, जिले के माध्यमिक विद्यालयों को उन्नत किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। यदि सब कुछ सही रहा, तो जिले में उच्च विद्यालयों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को विशेष लाभ होगा।
 

यमुनानगर में विद्यालयों की संख्या बढ़ाने की पहल

यमुनानगर (Yamunanagar News)। जिले में राजकीय उच्च विद्यालयों की संख्या में वृद्धि के लिए शिक्षा विभाग ने एक नई योजना बनाई है। इसके अंतर्गत, जिले के माध्यमिक विद्यालयों को उन्नत किया जाएगा। विभाग ने सभी जिलों से उनके माध्यमिक विद्यालयों की जानकारी एकत्र करने का निर्देश दिया है।


शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। इसके साथ ही, निदेशालय ने विद्यालयों के उन्नयन के लिए एक प्रारूप भी जारी किया है। निदेशालय के निर्देशों के बाद, जिले के सभी अधिकारी इस कार्य में जुट गए हैं।


विद्यालय उन्नयन की योजना की जानकारी

जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलता ने बताया कि निदेशालय द्वारा माध्यमिक विद्यालयों के उन्नयन की योजना बनाई गई है। इसके लिए, निदेशालय ने जिले के माध्यमिक विद्यालयों की सूची मांगी है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे दो दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।


राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के उन्नयन के लिए शिक्षा निदेशालय ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें विद्यालयों का विवरण मांगा गया है। इसके लिए, निदेशालय ने एक प्रोफार्मा भी प्रदान किया है, जिसके अनुसार अधिकारियों को स्कूलों की जानकारी देनी होगी।


उन्नयन के लिए आवश्यक जानकारी

प्रोफार्मा में विद्यालय की भूमि, कमरों की संख्या, विद्यार्थियों की संख्या, दो स्कूलों के बीच की दूरी, और अन्य आवश्यक जानकारी शामिल है। निदेशालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों को तीन दिनों में यह रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को भी अपने क्षेत्र के माध्यमिक विद्यालयों की रिपोर्ट दो दिनों में प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।


यदि सब कुछ सही रहा, तो जिले में उच्च विद्यालयों की संख्या में वृद्धि होगी। वर्तमान में, जिले में कुल 916 स्कूल हैं, जिनमें 111 वरिष्ठ माध्यमिक और उच्च विद्यालय शामिल हैं। प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 594 और माध्यमिक विद्यालयों की संख्या 215 है। विद्यालयों के उन्नयन से विद्यार्थियों को कई लाभ होंगे, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को।


उन्नयन के लिए मानदंड

शिक्षा निदेशालय के प्रारूप में विद्यालयों के उन्नयन के सभी मानदंड दिए गए हैं। इसके लिए, विद्यालय में कमरों की संख्या 14 होनी चाहिए और विद्यार्थियों की संख्या छठी से आठवीं कक्षा तक 210 होनी चाहिए। इसके अलावा, स्कूल में टीजीटी के स्वीकृत पद, कार्यरत टीजीटी, रेशनलाइजेशन टीजीटी पद, और रिक्त टीजीटी पदों की जानकारी भी देनी होगी।


माध्यमिक से उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के बीच की दूरी पांच किलोमीटर होनी चाहिए। स्कूल को दो एकड़ भूमि पर स्थापित होना चाहिए। इसके अलावा, पांच किलोमीटर के दायरे में चल रहे वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की नौवीं और दसवीं कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या और विद्यालय का नाम भी प्रोफार्मा में भरना होगा। अधिकारियों के पास इस प्रोफार्मा को पूरा करने के लिए दो दिन का समय है।