Mirzapur में कांवड़ियों द्वारा CRPF जवान की पिटाई: CCTV फुटेज ने मचाई हलचल
Mirzapur Kanwar Yatra में विवाद
Mirzapur Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर रेलवे स्टेशन पर एक टिकट विवाद के चलते CRPF जवान पर हमला करने का मामला सामने आया है। इस घटना का CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है, जिसमें भगवा वस्त्रधारी कांवड़ियों द्वारा एक जवान की पिटाई की जा रही है। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने इस आपराधिक कृत्य के बाद FIR दर्ज कर सात आरोपियों को हिरासत में लिया है। इस वीडियो ने स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल बना दिया। बीआरएमपी प्रभारी निरीक्षक चमन सिंह तोमर ने पुष्टि की कि यह घटना 11 जुलाई को हुई कांवड़ यात्रा के दौरान हुई थी, और सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
CCTV में कैद मारपीट का दृश्य
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कांवड़िए एक CRPF जवान को पकड़कर उसे जमीन पर गिराते हैं और उस पर लात-घूंसे बरसाते हैं। इस दौरान एक यात्री ने एक कांवड़िए को भीड़ से बाहर खींचने की कोशिश की, जबकि अन्य लोग इस घटना को तमाशा बनाकर देखते रहे। यह दृश्य बेहद डरावना था, जिसमें जवान और भीड़ की हिंसा एक भयावह तस्वीर पेश कर रही थी.
FIR और कानूनी कार्रवाई
RPF ने इस मामले में FIR संख्या 411/25 से 413/25 दर्ज की है। आरोपियों पर भारतीय रेलवे अधिनियम की धारा 145 और 147 के तहत मुकदमा चलाया गया है। पुलिस निरीक्षक चमन सिंह तोमर ने बताया कि सभी सात आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद उनकी पहचान की गई और बाद में उन्हें न्यायिक प्रक्रिया के तहत जमानत पर छोड़ दिया गया.
यह घटना उस समय हुई जब भगवान शिव के भक्तों की वार्षिक कांवड़ यात्रा चल रही थी, जो श्रावण माह के दौरान एक धार्मिक परंपरा है। कांवड़िए नंगे पैर चलते हैं, गंगा जल भरते हैं और मंदिरों तक जाते हैं। संभवतः ट्रेन टिकट को लेकर जवान और श्रद्धालुओं के बीच बहस के कारण विवाद हिंसक रूप ले लिया.
यात्री प्रतिक्रिया और RPF की कार्रवाई
जब यह घटना हुई, तो मौके पर मौजूद रेलवे पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और घायल जवान को बचाया। हालांकि, घटना को देखने वाले कई यात्रियों में से किसी ने भी CRPF जवान को बचाने की कोशिश नहीं की। एक यात्री ने आधा प्रयास करते हुए एक कांवड़िए को भीड़ से अलग किया, जिससे कुछ मदद मिली, लेकिन पूरी घटना भयावह थी.
आरोपियों की जमानत और जांच
हालांकि सात आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया शुरू की गई, वे जमानत पर बाहर हैं। जांच अभी भी जारी है और पुलिस अन्य संदिग्धों की पहचान में जुटी हुई है। मामले की अगली सुनवाई में CCTV फुटेज, गवाहों के बयान और आरोपी कांवड़ियों के बयान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.