इंडिगो एयरलाइन की उड़ानें रद्द, DGCA ने CEO को भेजा नोटिस
इंडिगो एयरलाइन का परिचालन संकट
नई दिल्ली: इंडिगो एयरलाइन पिछले पांच दिनों से गंभीर परिचालन समस्याओं का सामना कर रही है, जिसके चलते कई उड़ानें रद्द हो गईं और हजारों यात्रियों की यात्रा प्रभावित हुई। इस स्थिति को देखते हुए, विमानन नियामक DGCA ने शनिवार को एयरलाइन के CEO पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोर्केरास को कारण बताओ नोटिस जारी किया और 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा।
DGCA की कार्रवाई और इंडिगो का बयान
DGCA के नोटिस में कहा गया है कि उड़ानों में भारी देरी और रद्दीकरण से यह स्पष्ट होता है कि एयरलाइन अपनी योजना और संसाधन प्रबंधन में आवश्यक मानकों को पूरा नहीं कर पाई। नियामक का मानना है कि उड़ानों में अव्यवस्था का मुख्य कारण FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) के नए नियमों को लागू करने के लिए समय पर तैयारी न होना है।
इंडिगो का नेटवर्क स्थिर करने का प्रयास
इंडिगो ने अपने आधिकारिक बयान में स्वीकार किया कि नेटवर्क को स्थिर करने के लिए कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। एयरलाइन ने बताया कि शुक्रवार को उन्होंने 700 से अधिक उड़ानें संचालित कीं, जो 113 गंतव्यों को जोड़ती हैं। कंपनी ने कहा कि यह कदम सिस्टम और नेटवर्क संचालन को संतुलित करने के लिए आवश्यक था ताकि अगले दिन स्थिति सामान्य हो सके।
एयरलाइन ने रविवार को 1,500 से अधिक उड़ानें संचालित करने की योजना बनाई है और उनका लगभग 95 प्रतिशत नेटवर्क फिर से बहाल हो चुका है। इंडिगो का कहना है कि वे 138 में से 135 गंतव्यों पर सेवाएं फिर से शुरू कर चुके हैं। यात्रियों से माफी मांगते हुए एयरलाइन ने कहा कि उन्हें सुधार की आवश्यकता है, लेकिन वे ग्राहकों का विश्वास वापस पाने के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री की बैठक
इस संदर्भ में, नागरिक उड्डयन मंत्री रममोहन नायडू ने एयरलाइन के CEO के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर स्थिति का आकलन किया। मंत्रालय ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि भविष्य में इस तरह की अव्यवस्था से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।