क्या अमेरिका के नए टैरिफ से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को होगा बड़ा झटका?
अमेरिका-पाकिस्तान व्यापार में नया संकट
USA Pakistan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई देशों पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे पाकिस्तान की स्थिति और भी कठिन हो गई है। अमेरिका ने पाकिस्तान पर 29% का टैरिफ लागू किया है, जो कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए एक गंभीर संकट उत्पन्न कर सकता है। इस टैरिफ के चलते पाकिस्तान के निर्यात, विशेषकर टेक्सटाइल, कृषि और औद्योगिक उत्पादों की प्रतिस्पर्धा में कमी आ सकती है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और नई रणनीति
इस चुनौती का सामना करने के लिए पाकिस्तान ने दो समितियों का गठन किया है। वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने बताया कि एक स्टीयरिंग कमेटी का नेतृत्व वे स्वयं करेंगे, जिसमें मंत्री, प्रमुख व्यापारी नेता, सचिव और शिक्षाविद शामिल होंगे। दूसरी समिति एक वर्किंग ग्रुप होगी, जिसका नेतृत्व वाणिज्य सचिव करेंगे। उन्होंने कहा, 'आपको कभी भी एक अच्छे संकट को बर्बाद नहीं करना चाहिए। यह स्थिति तत्काल चुनौतियाँ लाती हैं, लेकिन यह बातचीत और लंबे समय तक जुड़ाव के लिए दरवाजे भी खोलती है।'
अमेरिका-पाकिस्तान व्यापार वार्ता
हाल ही में, पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने वाशिंगटन में अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करने और टैरिफ मुद्दे पर चर्चा की गई। दोनों पक्षों ने आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देने के अवसरों पर विचार किया।
अमेरिका की नीति और पाकिस्तान का दृष्टिकोण
अमेरिका ने अभी तक पाकिस्तान के लिए कोई औपचारिक नीति नहीं बनाई है। सूत्रों के अनुसार, अमेरिका अपने अन्य व्यापारिक सहयोगियों के साथ बातचीत पूरी करने के बाद ही पाकिस्तान के लिए कोई नीति घोषित करेगा। यह संकेत करता है कि अमेरिका व्यापक टैरिफ रणनीति के तहत सभी साझेदारों से अलग-अलग वार्ता कर रहा है, ताकि एक संयुक्त और सख्त नीति बनाई जा सके।
अमेरिका द्वारा पाकिस्तान पर लगाए गए 29% टैरिफ ने दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों में तनाव पैदा कर दिया है। हालांकि, पाकिस्तान ने इस स्थिति से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं और अमेरिका के साथ व्यापारिक वार्ता जारी रखी है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और बातचीत की संभावना है, जो दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।