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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: एनडीए की वापसी की संभावना बढ़ी

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रारंभिक रुझान एनडीए की वापसी की संभावना को दर्शाते हैं, जबकि महागठबंधन कुछ सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। चिराग पासवान की पार्टी भी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। जानें किस पार्टी ने कितनी सीटों पर चुनाव लड़ा और 2020 के चुनावों का प्रभाव क्या रहा।
 

बिहार विधानसभा चुनाव के रुझान


पटना: बिहार विधानसभा में एनडीए की वापसी की संभावना काफी मजबूत नजर आ रही है। प्रारंभिक रुझानों के अनुसार, एनडीए 190 सीटों के पार जाने की ओर अग्रसर है। वहीं, महागठबंधन 47 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इसके अतिरिक्त, प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज सभी सीटों पर पीछे चल रही है। चिराग पासवान की पार्टी 22 सीटों पर आगे है।


बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में हुआ था। इस चुनाव में 67.13 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कि एक ऐतिहासिक आंकड़ा है। कुल 7.45 करोड़ मतदाताओं ने 2,616 उम्मीदवारों के चुनावी भविष्य का निर्धारण करने के लिए वोट डाला।


चुनाव में भाग लेने वाली पार्टियों की जानकारी

कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर लड़ रही चुनाव?


बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम आज घोषित किए जा रहे हैं। एनडीए गठबंधन के तहत भाजपा और जदयू ने 101-101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 28 सीटों पर चुनाव लड़ा है। इसके अलावा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 29 सीटों पर, जबकि राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) 6-6 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।


2020 के चुनावों का प्रभाव

2020 में नीतीश को पहुंचाया नुकासान


चुनाव से पहले चिराग पासवान नाराज थे और सीट बंटवारे से असंतुष्ट दिख रहे थे। हालांकि, गठबंधन ने उनकी मांग को मानते हुए 29 सीटें दीं। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक मुकाबला काफी दिलचस्प रहा था। उस समय बीजेपी ने 74 सीटें जीतकर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की थी, जबकि जेडीयू 43 सीटों पर सिमट गई थी। चिराग पासवान की पार्टी ने 243 में से केवल 135 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ 1 सीट पर जीत हासिल की थी। हालांकि, उन्होंने जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन बीजेपी को चुनौती नहीं दी।