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बिहार विधानसभा चुनाव: तेजस्वी यादव की राघोपुर में जीत और एनडीए की बढ़त

बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना ने कई रोमांचक पल प्रस्तुत किए, जिसमें तेजस्वी यादव ने राघोपुर सीट पर जीत हासिल की। एनडीए ने 200 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाई, जबकि महागठबंधन को निराशाजनक परिणामों का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में छोटे दलों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसने चुनावी समीकरण को प्रभावित किया। जानें पूरी कहानी में और क्या हुआ चुनाव में।
 

बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना में रोमांच


बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना ने शनिवार को सुबह से ही दिलचस्प मोड़ दिखाए। राघोपुर सीट ने सबसे अधिक ध्यान आकर्षित किया, जहां तेजस्वी यादव ने एक कठिन मुकाबले के बाद जीत हासिल की।


यह जीत उनके परिवार के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। दूसरी ओर, प्रारंभिक रुझानों में एनडीए ने राज्य में मजबूत बढ़त बनाई, जबकि महागठबंधन कई सीटों पर पीछे रह गया।


तेजस्वी यादव की राघोपुर में जीत

राघोपुर सीट पर मुकाबला पूरे दिन रोमांचक रहा। तेजस्वी यादव शुरुआत में बीजेपी के सतीश कुमार से पीछे चल रहे थे, लेकिन अंतिम चरणों में उन्होंने बढ़त बनाकर जीत दर्ज की। यह सीट उनके परिवार का राजनीतिक गढ़ रही है, इसलिए इसे बचाना उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण था। करीबी मुकाबले के बावजूद उनकी जीत आरजेडी कार्यकर्ताओं के लिए बड़ी राहत लेकर आई।


एनडीए की सीटों पर बढ़त

अब तक के रुझानों में एनडीए ने 73 सीटों पर जीत हासिल की है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि गठबंधन एक बार फिर सत्ता में लौटने की ओर अग्रसर है। बीजेपी ने 42 सीटें जीती हैं और 48 पर आगे चल रही है। जेडीयू ने 28 सीटें जीती हैं और 55 पर आगे है। एलजेपी (रामविलास) ने 3 सीटें जीती हैं और 16 पर आगे चल रही है। जीतनराम मांझी की पार्टी ने 1 सीट जीती है और चार सीटों पर आगे है।


एनडीए समर्थकों का जश्न

पटना सहित कई जिलों में एनडीए समर्थक रुझानों की बढ़त को देखकर जश्न मनाने लगे। बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया।


महागठबंधन को नुकसान

महागठबंधन के लिए यह चुनाव निराशाजनक साबित हुआ। आरजेडी ने अब तक केवल 6 सीटें जीती हैं और 20 पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने एक सीट जीती है और पांच पर बढ़त बनाए हुए है। CPI(ML) ने एक सीट जीती है और एक पर आगे है, जबकि CPI(M) ने भी एक सीट जीती है।


अन्य दलों का प्रदर्शन

कई सीटों पर छोटे दलों ने अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन किया है। AIMIM ने 4 सीटें जीती हैं और एक पर आगे चल रही है, जबकि बसपा एक सीट पर बढ़त में है। इन दलों की उपस्थिति ने कई क्षेत्रों में त्रिकोणीय मुकाबले का कारण बना और प्रमुख दलों के वोट शेयर को प्रभावित किया। इससे राज्य के कई हिस्सों में चुनावी समीकरण में बदलाव देखने को मिला।