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मध्य प्रदेश में बारिश से बाढ़ का खतरा, स्कूलों में अवकाश घोषित

मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, और कुछ जिलों में स्कूलों में अवकाश की घोषणा की गई है। मौसम विभाग ने बताया है कि इस वर्ष औसत से अधिक बारिश हुई है, जिससे कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। जानें किन जिलों में बाढ़ का खतरा है और मौसम का हाल क्या है।
 

मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट

भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा के कारण एक दर्जन से अधिक जिलों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। आज शनिवार को भी कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, और दो जिलों के स्कूलों में अवकाश की घोषणा की गई है।
आज शनिवार को ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और रीवा संभाग में मौसम में काफी बदलाव देखने को मिलेगा। इसके साथ ही 14 जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।


बारिश के चलते शिवपुरी और अशोकनगर में 19 जुलाई को भी स्कूलों में अवकाश रहेगा। चूंकि 20 जुलाई को रविवार है, इसलिए स्कूल 21 जुलाई को फिर से खुलेंगे। इस मौसम में प्रदेश में औसतन 20.1 इंच बारिश हो चुकी है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 8.3 इंच अधिक है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 89% और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 52% अधिक वर्षा हुई है। आज जिन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, उनमें ग्वालियर, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया, मुरैना, श्योपुर, भिंड, रीवा, सिंगरौली, मऊगंज, सीधी, सतना, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, रतलाम, मंदसौर और नीमच शामिल हैं।


बाढ़ के संभावित प्रभावित जिले
ग्वालियर, छतरपुर, दमोह, कटनी, पन्ना, सागर, सतना, टीकमगढ़, अशोकनगर, दतिया, गुना, मुरैना, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी और विदिशा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, मानसून द्रोणिका बीकानेर, सीकर से उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बने अवदाब के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश एवं उससे लगे दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर बने अवदाब के क्षेत्र के शनिवार तक उत्तर-पश्चिमी एमपी से पूर्वी राजस्थान होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़कर गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है।