यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 107वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया
यूनियन बैंक का ऐतिहासिक उत्सव
चंडीगढ़: भारत के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने मंगलवार को अपने 107वें स्थापना दिवस का जश्न मनाया। यह विशेष अवसर पाम बैंक्वेट, ज़िरकपुर, चंडीगढ़ में आयोजित समारोह के माध्यम से मनाया गया, जिसमें बैंक ने अपने ग्राहकों, सहयोगियों और हितधारकों के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर श्री मनोज कुमार, चंडीगढ़ अंचल के प्रमुख, ने कहा: “107 वर्षों की इस गौरवमयी यात्रा का उत्सव मनाते हुए, हम उस विरासत को नमन करते हैं जो विश्वास, दृढ़ता और उत्कृष्टता पर आधारित है। यह स्थापना दिवस केवल हमारे सुनहरे अतीत का प्रतीक नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग के वित्तीय सशक्तिकरण एवं समावेशन के प्रति हमारी निरंतर प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हम डिजिटल नवाचार को अपनाते हुए ग्राहक अनुभव को और बेहतर बनाने तथा भारत की आर्थिक प्रगति में सार्थक योगदान देने के लिए दृढ़ संकल्प हैं।”
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना 11 नवंबर 1919 को मुंबई में हुई थी, और इसका नाम देश के आर्थिक इतिहास में गर्व से दर्ज है। इसके कॉर्पोरेट कार्यालय का उद्घाटन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा किया गया था, जिन्होंने बैंक की भारत के आर्थिक भविष्य को आकार देने में अहम भूमिका पर विश्वास व्यक्त किया था।
समय के साथ, बैंक ने उल्लेखनीय प्रगति की है और आज यह भारत के सबसे बड़े बैंकों में से एक है। आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के विलय के बाद, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अब देश और विदेश में व्यक्तिगत, व्यवसायिक और कॉर्पोरेट ग्राहकों को विभिन्न बैंकिंग और वित्तीय सेवाएँ प्रदान कर रहा है। समारोह में प्रमुख ग्राहक, सम्मानित साझेदार और विभिन्न सरकारी एवं विनियामक संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारी, जिनमें भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI), नाबार्ड (NABARD), भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और अन्य सरकारी एवं निजी बैंकों के अधिकारी शामिल थे, की गरिमामयी उपस्थिति रही। वर्तमान में, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया देशभर में 8,600 से अधिक शाखाओं और 9,000 से अधिक एटीएम के सशक्त नेटवर्क के माध्यम से कार्यरत है। बैंक का कुल व्यवसाय ₹22 लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर चुका है, जो खुदरा और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) ऋण वितरण में मजबूत वृद्धि के साथ देश में उद्यमिता एवं आर्थिक विकास को प्रोत्साहित कर रहा है।
समारोह का मुख्य आकर्षण श्री आशीष पांडे, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (MD & CEO) का लाइव संबोधन था, जिसमें उन्होंने बैंक की अगली विकास यात्रा का विज़न साझा किया। उन्होंने कहा कि बैंक का आगामी रणनीतिक फोकस डिजिटल परिवर्तन, परिचालन उत्कृष्टता और ग्राहक-केंद्रित सेवा डिलीवरी पर केंद्रित रहेगा। कार्यक्रम का समापन एक रंगारंग सांस्कृतिक एवं संगीत समारोह के साथ हुआ, जिसने बैंक की समृद्ध विरासत और एकता की भावना को दर्शाया। इस अवसर ने कर्मचारियों, ग्राहकों और हितधारकों में गर्व, उत्सव और आपसी सौहार्द की भावना को और प्रबल किया।