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कनाडा की सुरक्षा एजेंसी ने रूस और चीन के खतरों का किया खुलासा

कनाडा की सुरक्षा खुफिया सेवा (सीएसआईएस) ने रूस और चीन के आर्कटिक क्षेत्र में बढ़ते खतरों का खुलासा किया है। एजेंसी का कहना है कि ये देश गुप्त ऑपरेशनों के माध्यम से कनाडा के सरकारी और निजी क्षेत्रों को निशाना बना रहे हैं। हाल ही में पेश किए गए संघीय बजट में आर्कटिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 1 अरब कनाडाई डॉलर का कोष घोषित किया गया है। विदेश मंत्री अनीता आनंद ने नाटो को आर्कटिक पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। इस लेख में जानें कि कैसे सीएसआईएस ने रूस और चीन की गतिविधियों को रोकने के लिए कदम उठाए हैं।
 

कनाडा की सुरक्षा खुफिया सेवा का बयान

कनाडा की स्पाई एजेंसी ने रूस और चीन के संदर्भ में एक चौंकाने वाला बयान जारी किया है। एजेंसी का मानना है कि ये दोनों देश कनाडा के आर्कटिक क्षेत्र में गुप्त ऑपरेशनों के माध्यम से सरकारी और निजी क्षेत्रों को निशाना बना रहे हैं। कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (सीएसआईएस) के निदेशक डैन रोजर्स ने दुश्मन देशों के प्रति बढ़ती चिंताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ये देश आर्कटिक में तेजी से अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सीएसआईएस ने सरकारी और निजी क्षेत्रों को लक्षित कर साइबर और गैर-साइबर खुफिया जानकारी जुटाने के प्रयासों को देखा है। कनाडा के लिए यह क्षेत्र महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह देश की सीमाओं से गुजरने वाले नौपरिवहन मार्गों और खनिजों के भंडार के रूप में निवेश के लिए आकर्षक बन रहा है.


आर्कटिक में बुनियादी ढांचे का विकास

पिछले हफ्ते पेश किए गए संघीय बजट में कनाडा ने आर्कटिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 1 अरब कनाडाई डॉलर (71 करोड़ अमेरिकी डॉलर) का कोष घोषित किया। कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने कहा कि नाटो को आर्कटिक पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, यह बताते हुए कि संगठन को केवल पूर्वी सीमा पर नहीं, बल्कि उत्तर की ओर भी देखना चाहिए।


रूस और चीन की गतिविधियाँ

रोजर्स ने अपने संबोधन में कहा कि सीएसआईएस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में इस्तेमाल के लिए कनाडा से अवैध रूप से सामान और तकनीक हासिल करने की रूस की कोशिशों को विफल कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष, सीएसआईएस ने कई कनाडाई कंपनियों को चेतावनी दी कि यूरोप स्थित मुखौटा कंपनियाँ, जो सामान हासिल करना चाहती थीं, वास्तव में रूसी एजेंटों से जुड़ी थीं। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि चीनी जासूसों ने कनाडाई विशेषज्ञों को भर्ती करने की कोशिश की है। ईरान से भी संभावित खतरों का सामना करते हुए, एजेंसी ने कनाडा में रहने वाले असंतुष्टों के खिलाफ संभावित घातक खतरों को भी नाकाम किया है.