क्या डॉ. शाहीन सईद का परिवार है आतंकवाद के आरोपों से अनजान? जानें पूरी कहानी
लखनऊ में चर्चा का विषय बनी डॉ. शाहीन सईद की गिरफ्तारी
लखनऊ के डालीगंज क्षेत्र में रहने वाले सैयद अहमद अंसारी का घर हाल ही में सुर्खियों में है। इसकी वजह उनकी बेटी, डॉ. शाहीन सईद की गिरफ्तारी है, जो दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकी मॉड्यूल के आरोपों में फंसी हैं।
परिवार ने खोली चुप्पी, किए कई खुलासे
डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार ने कई बातें साझा की हैं। उनके पिता, भाई और पूर्व पति ने एक स्वर में कहा कि उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि वह किसी अवैध गतिविधि में शामिल हो सकती हैं।
शाहीन पर आरोप है कि वह जैश-ए-मोहम्मद की महिला भर्ती शाखा का संचालन कर रही थीं और इस संगठन के लिए महिला रिक्रूटमेंट नेटवर्क तैयार कर रही थीं। उनके बड़े भाई मोहम्मद शोएब ने मीडिया से कहा कि उनका उससे कोई संपर्क नहीं था। उन्होंने बताया कि आखिरी बार चार साल पहले बात हुई थी।
पिता ने आरोपों को किया खारिज
सैयद अहमद अंसारी ने बेटी पर लगे आरोपों को मानने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि उनकी बेटी ऐसी गतिविधियों में शामिल हो सकती है। अंसारी ने बताया कि शाहीन हमेशा अपनी पढ़ाई और काम में व्यस्त रहती थीं।
उन्होंने बताया कि शाहीन ने इलाहाबाद में मेडिकल की पढ़ाई की थी और बाद में फरीदाबाद के एक अस्पताल में काम कर रही थीं। उन्हें गिरफ्तारी की खबर मीडिया से मिली।
पूर्व पति से भी हुई पूछताछ
इस बीच, शाहीन के पूर्व पति डॉ. जफर हयात से भी जांच एजेंसियों ने पूछताछ की है। डॉ. हयात ने बताया कि उनकी शादी नवंबर 2003 में हुई थी और तलाक 2012 के अंत में हुआ। उन्होंने कहा कि दोनों डॉक्टर थे और अपनी पढ़ाई में व्यस्त रहते थे।
डॉ. हयात ने कहा कि उन्हें कभी यह शक नहीं हुआ कि शाहीन किसी चरमपंथी विचारधारा से जुड़ सकती हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने बच्चों और परिवार से बहुत प्यार करती थीं और उनकी पढ़ाई को लेकर हमेशा चिंतित रहती थीं।
जांच एजेंसियों की कार्रवाई जारी
वर्तमान में, जांच एजेंसियां शाहीन से जैश-ए-मोहम्मद के फंडिंग नेटवर्क और महिला विंग की गतिविधियों के बारे में पूछताछ कर रही हैं। परिवार अभी भी इस सदमे में है कि एक शिक्षित महिला के खिलाफ ऐसे गंभीर आरोप कैसे लगाए जा सकते हैं।