डोनाल्ड ट्रंप ने द वाल स्ट्रीट जर्नल पर 10 अरब डॉलर का मुकदमा दायर किया
ट्रंप का मीडिया पर बड़ा आरोप
वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया टाइकून रूपर्ट मर्डोक के स्वामित्व वाले द वाल स्ट्रीट जर्नल पर एक विवादास्पद लेख के लिए 10 अरब डॉलर का हर्जाना मांगा है। ट्रंप ने शुक्रवार को ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने इस समाचार पत्र में प्रकाशित झूठी और अपमानजनक खबरों के खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
ट्रंप को विशेष रूप से उस लेख से नाराजगी है जिसमें उनके पूर्व मित्र जेफरी एपस्टीन को संबोधित एक कथित अश्लील पत्र का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, द वाल स्ट्रीट जर्नल ने दावा किया कि ट्रंप ने एपस्टीन को उनके 50वें जन्मदिन पर एक नग्न महिला के चित्र के साथ पत्र भेजा था। ट्रंप ने इस मामले को लेकर फ्लोरिडा की संघीय अदालत में मुकदमा दायर किया है।
इस मुकदमे में ट्रंप ने मर्डोक, उनकी कंपनी न्यूजकॉर्प, और द वाल स्ट्रीट जर्नल के संपादकीय कर्मचारियों को प्रतिवादी बनाया है। डॉव जोन्स के एक प्रवक्ता ने कहा है कि उन्हें अपनी रिपोर्ट की सटीकता पर पूरा विश्वास है और वे मुकदमे का मजबूती से सामना करेंगे।
यह मुकदमा उस समय आया है जब न्याय विभाग पर एपस्टीन से संबंधित जांच को सार्वजनिक करने का दबाव है। ट्रंप ने कहा है कि वह अदालत में गवाही देने के लिए तैयार हैं। इस बीच, फाउंडेशन फॉर इंडिविजुअल राइट्स एंड एक्सप्रेशन के वकील ने कहा कि ट्रंप के पिछले विवादों में कोई भी अदालत का फैसला उनके पक्ष में नहीं आया है।
इस विवाद की जड़ में एपस्टीन को भेजा गया कथित पत्र है, जिसकी भाषा को ट्रंप ने अश्लील बताया है। ट्रंप ने मर्डोक को चेतावनी दी थी कि यदि यह पत्र प्रकाशित किया गया तो वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।
अमेरिकी मीडिया विशेषज्ञों का कहना है कि मर्डोक ने ट्रंप को आश्वासन दिया था कि वह इस मामले का ध्यान रखेंगे, लेकिन उनके पास ऐसा करने का अधिकार नहीं था। ट्रंप की प्रेस सचिव ने द वाल स्ट्रीट जर्नल की संपादक को बताया था कि पत्र फर्जी है, लेकिन संपादक ने इसे नजरअंदाज कर दिया।
इससे पहले ट्रंप कई मीडिया संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर चुके हैं। अब उन्होंने द वाल स्ट्रीट जर्नल को अदालत में घसीटा है। ट्रंप ने कहा कि यदि इस पत्र में कोई सच्चाई होती, तो यह चुनावी मुद्दा बन जाता।