प्रधानमंत्री मोदी का कांग्रेस पर तीखा हमला, असंतोष की बढ़ती लहर
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की शानदार जीत के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया है। भाजपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि कांग्रेस में असंतोष तेजी से बढ़ रहा है और पार्टी 'टूटने के कगार' पर है।
कांग्रेस में असंतोष का संकेत
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब 'मुस्लिम लीग माओवादी कांग्रेस' के एजेंडे पर चल रही है, जिससे पार्टी के भीतर एक नया गुट उभर रहा है, जो नेतृत्व से असहमत है। उन्होंने कहा कि बिहार में NDA की जीत केवल एक बदलाव का संकेत नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस के भीतर गहराते संकट की ओर भी इशारा करती है।
कांग्रेस की राजनीति पर सवाल
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का एजेंडा अब सीमित हो गया है, जिससे उसके अपने नेता भी असहज महसूस कर रहे हैं। उनके अनुसार, कांग्रेस में एक अलग धड़ा आकार ले रहा है जो नई दिशा और नेतृत्व की मांग कर रहा है, और यह असंतोष किसी बड़े विभाजन का संकेत दे सकता है।
कांग्रेस की चुनावी विफलता
मोदी ने कांग्रेस के चुनावी प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी ने 2024 के बाद से छह राज्यों में एक भी चुनाव नहीं जीते। उन्होंने पूछा कि ऐसी स्थिति में कांग्रेस अपने सहयोगियों या जनता का भरोसा कैसे जीत सकती है। बार-बार की हार इस बात का संकेत है कि कांग्रेस न तो दिशा तय कर पा रही है और न ही संगठन को मजबूत कर पा रही है।
कांग्रेस पर 'परजीवी राजनीति' का आरोप
अपने संबोधन में, मोदी ने कांग्रेस को 'परजीवी पार्टी' की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने सहयोगियों के वोट बैंक पर निर्भर रहकर वापसी करना चाहती है, जो उसकी कमजोरी है। उन्होंने चेतावनी दी कि पार्टी अपने साथियों को भी नुकसान पहुंचा रही है, जिससे उसके गठबंधन साथी अब सावधान हो रहे हैं।
बिहार के परिणामों का महत्व
मोदी ने कहा कि NDA की जीत विकास, सुशासन और जनकल्याण की नीतियों की जीत है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें और चुनाव आयोग को अपमानित किया, लेकिन जनता ने नकारात्मक राजनीति को नकार दिया। उनके अनुसार, बिहार के नतीजे कांग्रेस और RJD के बीच भविष्य के टकराव को और बढ़ाएंगे।