भारत की विकास दर पर पीएम मोदी का बयान: वैश्विक ग्रोथ ड्राइवर के रूप में पहचान
भारत की जीडीपी विकास दर का महत्व
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने भारत की तेजी से बढ़ती जीडीपी विकास दर पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि आज दुनिया भारत को एक वैश्विक विकास चालक के रूप में देख रही है। उन्होंने यह भी बताया कि आर्थिक दबाव और बदलते वैश्विक परिदृश्य के बीच भारत की यह उपलब्धि असाधारण है। जबकि अधिकांश देश आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैं, भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि 8% की जीडीपी वृद्धि दर देश की नई ऊर्जा और बदलते आर्थिक माहौल का प्रतीक है। यह केवल आंकड़े नहीं हैं, बल्कि भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ती भूमिका और मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक संकेतों का प्रमाण हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अगले 10 वर्षों में भारत को मानसिकता की गुलामी से मुक्त करना होगा।
भारत का ग्रोथ रेट और वैश्विक परिदृश्य
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में वैश्विक परिदृश्य का उल्लेख करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया की ग्रोथ रेट लगभग 3% है और जी-7 देशों की औसत ग्रोथ करीब 1.5% है, तब भारत लगातार मजबूत प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि पहले महंगाई चिंता का विषय थी, लेकिन अब अर्थशास्त्री भारत की 'हलो इंफ्लेशन' नीति की चर्चा कर रहे हैं। यह बदलाव भारत की क्षमता और समस्याओं को हल करने की शक्ति का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह परिवर्तन नई उम्मीदों, आत्मविश्वास और नए भारत के उभरते स्वरूप को दर्शाता है।
हर क्षेत्र में विकास की गति
पीएम मोदी ने कहा कि आज छोटे शहर स्टार्टअप्स के नए केंद्र बन रहे हैं। देश का हर क्षेत्र अपनी पूरी क्षमता के साथ विकास यात्रा में शामिल हो रहा है। उन्होंने भारत की अनछुई क्षमता का उल्लेख करते हुए कहा कि जब इस क्षमता को अवसर मिलते हैं, तब परिवर्तन अवश्यंभावी हो जाता है।
उन्होंने बताया कि पूर्वी भारत में अभूतपूर्व पैमाने पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और उद्योगों में निवेश हो रहा है। गांवों और छोटे कस्बों को भी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है।