श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस का भव्य आयोजन ज्योतिसर में
ज्योतिसर में कार्यक्रम की तैयारी
कुरुक्षेत्र। 25 नवंबर को श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर ज्योतिसर में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य गुरु जी की बाणी का संदेश विश्वभर में फैलाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस आयोजन की योजना बनाने के लिए सिख संगत, हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य, भाजपा नेता और प्रशासनिक अधिकारी एकत्रित हुए हैं।
बैठक में चर्चा
बुधवार को लघु सचिवालय में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यक्रम की धार्मिक और आस्था से जुड़ी महत्वता पर चर्चा की गई। अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी न हो। भाजपा के कार्यकर्ता और नेता भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देंगे।
कार्यक्रमों की श्रृंखला
एक नवंबर से शुरू हुए कार्यक्रम
भारत भूषण भारती ने बताया कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में एक नवंबर से विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू की गई थी। पहले दिन पंचकूला में एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 350 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। 24 नवंबर तक 350 रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिससे युवाओं को प्रेरित किया जाएगा। तीन नवंबर को गुरु जी के जीवन पर निबंध लेखन प्रतियोगिता में 3.5 लाख युवाओं ने भाग लिया।
नगर कीर्तन यात्राएं
इसके अतिरिक्त, आठ नवंबर को सिरसा, 11 नवंबर को पिंजौर, 14 नवंबर को फरीदाबाद और 18 से यमुनानगर सढ़ौरा से नगर कीर्तन यात्राएं आयोजित की जाएंगी। ये सभी यात्राएं 24 नवंबर को गुरु साहिब की पवित्र भूमि पर एकत्रित होंगी, और 25 नवंबर को ज्योतिसर में शहीदी दिवस मनाया जाएगा।
प्रशासनिक तैयारियां
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि प्रशासन की ओर से एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए ज्योतिसर के निकट लगभग 200 एकड़ भूमि का चयन किया गया है। सभी यातायात नेशनल हाईवे 152डी से होकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेगा। कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर ली गई है।
सिख संग्रहालय की स्थापना
सिख संग्रहालय का निर्माण
मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती ने कहा कि इस पवित्र भूमि का चयन गुरु जी के 350वें शहीदी पर्व को मनाने के लिए किया गया है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा। सिख संगत के सहयोग से इस आयोजन को पूरी मान मर्यादा के साथ संपन्न किया जाएगा। प्रदेश सरकार जिले में एक विश्वस्तरीय सिख संग्रहालय बनाने की योजना बना रही है, जिसकी डीपीआर तैयार की जा रही है। इसके लिए सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं।