बिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA की ऐतिहासिक जीत और जनता का विश्वास
बिहार में NDA की शानदार जीत
नई दिल्ली : भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम परिणामों की घोषणा की, जिसमें सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने शानदार जीत हासिल की है। पटना से लेकर दिल्ली तक जश्न का माहौल है। बिहार भाजपा कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भव्य स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस जीत को जनता के अटूट विश्वास का परिणाम बताया और कहा कि "हम अपनी मेहनत से जनता का दिल जीतते रहते हैं।"
NDA और महागठबंधन के बीच मुकाबला
NDA और महागठबंधन के बीच सीधी लड़ाई
इस चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली। एनडीए में जनता दल यूनाइटेड (JDU), भारतीय जनता पार्टी (BJP), लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) शामिल थे, जबकि महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी (VIP), वाम दल और इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) प्रमुख थे। इस बार चुनावी समीकरण में बदलाव आया, जिससे एनडीए को भारी बहुमत प्राप्त हुआ।
मतदान का ऐतिहासिक आंकड़ा
विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मतदान प्रतिशत ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल के अनुसार, दूसरे चरण में 122 सीटों पर 68.79 प्रतिशत मतदान हुआ, जो अब तक का उच्चतम आंकड़ा है। पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ था, और कुल मिलाकर 66.90 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो पिछले चुनाव की तुलना में 9.6 प्रतिशत अधिक है। यह दर्शाता है कि बिहार के मतदाताओं ने इस बार अपनी सहभागिता बढ़ाई है।
NDA की जीत और विकास का वादा
NDA की जीत और भविष्य के विकास का वादा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के बाद कहा कि बिहार के लोगों ने एक बार फिर से विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और बिहार को देश के सबसे विकसित राज्यों में शामिल करने का प्रयास करेगी।
जनता का विश्वास
जनता का विश्वास वर्तमान सरकार पर कायम
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम एक नई दिशा की ओर इशारा करते हैं। एनडीए की जीत ने साबित कर दिया है कि राज्य में जनता का विश्वास वर्तमान सरकार पर बना हुआ है। यह चुनाव परिणाम राज्य के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य को प्रभावित कर सकते हैं, और सरकार को अपनी नीतियों को और बेहतर बनाने का अवसर प्रदान करेंगे।