मुख्यमंत्री सैनी ने 72वें सहकारिता सप्ताह का उद्घाटन किया
मुख्यमंत्री का उद्घाटन समारोह में संबोधन
सोनीपत: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोनीपत में 72वें सहकारिता सप्ताह के उद्घाटन समारोह में भाग लिया और सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सहकारिता की भावना हरियाणा के विकास की नींव है और इस वर्ष को सहकारिता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 3 लाख से अधिक किसानों को सहकारी बैंकों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। समय पर भुगतान करने वाले किसानों से सहकारी समितियाँ फसली ऋण पर कोई ब्याज नहीं लेतीं। अब तक 5,31,652 किसानों को ₹1223 करोड़ की ब्याज राहत दी गई है।
महिलाओं के लिए सहकारी समितियों का समर्थन
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा देश में सबसे अधिक गन्ना मूल्य ₹415 प्रति क्विंटल प्रदान कर रहा है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण में सहकारिता की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिला सहकारी समितियों को ₹5 लाख तक का ऋण बिना किसी सुरक्षा के उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश में 60,513 स्वयं सहायता समूह उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है और गांवों की प्रगति का मार्ग सहकारिता से ही गुजरता है।
सहकारिता आंदोलन का महत्व
इस वर्ष को सहकारिता वर्ष के रूप में मनाने का उद्देश्य उन लाखों लोगों को याद करना है, जिन्होंने अपनी छोटी-छोटी बचत और सामूहिक प्रयासों से एक विशाल सहकारी आंदोलन का निर्माण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारी आंदोलन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में देश में एक अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया। सहकारिता आंदोलन हरियाणा के विकास की रीढ़ है।
महिलाओं की उपलब्धियाँ
प्रदेश में 3 लाख से अधिक किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड सहकारी बैंकों द्वारा जारी किए गए हैं। समय पर अदायगी करने वाले सदस्यों से फसली ऋण पर कोई ब्याज नहीं लिया जाता। अब तक 531652 किसानों को 1223 करोड़ रुपए की ब्याज राहत दी गई है। हरियाणा में गन्ने का मूल्य ₹415 प्रति क्विंटल है। महिला सहकारी समितियों को 5 लाख रुपए तक का ऋण बिना सिक्योरिटी के उपलब्ध कराया जाता है। महिलाएं 60,513 स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं।