रूस का भारत के प्रति समर्थन: पुतिन की आगामी यात्रा और अमेरिका की धमकियाँ
रूस ने भारत के समर्थन में एक महत्वपूर्ण ऐलान किया है, जो अमेरिका के खिलाफ मजबूती प्रदान करेगा। पुतिन की आगामी यात्रा और अमेरिका की धमकियों के बीच, यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। जानिए इस यात्रा के पीछे की वजहें और अमेरिका की प्रतिक्रिया।
Aug 7, 2025, 15:52 IST
रूस का ऐलान और अमेरिका के खिलाफ भारत का समर्थन
रूस ने पहली बार एक ऐसा बयान दिया है जो भारत को अमेरिका के खिलाफ मजबूती प्रदान करेगा। इस घोषणा के माध्यम से, रूस ने ट्रंप के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश भेजा है, जो भारत को लगातार धमका रहे हैं और रूस से तेल खरीद पर टैरिफ लगाने की कोशिश कर रहे हैं। पुतिन ने इस समय पर यह ऐलान किया है जब ट्रंप भारत को धमकाने में लगे हैं। रूस ने स्पष्ट किया है कि भारत को यह अधिकार है कि वह किससे तेल खरीदे। इसके साथ ही, पुतिन ने अमेरिका और ट्रंप के खिलाफ परमाणु युद्ध का विकल्प भी खोला है, जो सभी के लिए चौंकाने वाला है। अब मॉस्को से एक और महत्वपूर्ण घोषणा की गई है, जिससे ट्रंप की चिंता बढ़ने वाली है।
पुतिन की भारत यात्रा की तैयारी
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने जानकारी दी है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत का दौरा करेंगे। हालांकि, उन्होंने यात्रा की तारीखों का उल्लेख नहीं किया, लेकिन समाचार एजेंसी के अनुसार, यह दौरा अगस्त के अंत में होने की संभावना है। डोभाल ने कहा कि भारत और रूस के बीच एक विशेष और दीर्घकालिक संबंध है, जिसे वे महत्व देते हैं। राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के बारे में जानकर हम उत्साहित हैं। यह यात्रा भारत और रूस के व्यापारिक संबंधों के बीच बढ़ते तनाव के बीच हो रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में एक नए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें भारत से रूसी तेल की निरंतर खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है।
यूक्रेन युद्ध और अमेरिका की धमकियाँ
अमेरिका ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि मास्को शुक्रवार तक यूक्रेन में चल रहे युद्ध को समाप्त करने पर सहमत नहीं होता है, तो वह रूसी तेल खरीदारों पर द्वितीयक शुल्क लगाएगा। क्रेमलिन ने बताया कि पुतिन आने वाले दिनों में ट्रंप से भी मुलाकात करेंगे। रूसी राष्ट्रपति के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि दोनों पक्ष एक बैठक की तैयारी कर रहे हैं, और स्थान पर सहमति बन गई है, जिसकी घोषणा बाद में की जाएगी। ट्रंप की टिप्पणियों के कारण यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
पुतिन की पिछली भारत यात्रा
पुतिन ने 06 दिसंबर 2021 को भारत का दौरा किया था, जिसमें उन्होंने केवल 4 घंटे बिताए थे। इस दौरान भारत और रूस के बीच 28 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे, जिनमें सैन्य और तकनीकी समझौते शामिल थे। दोनों देशों ने 2025 तक 30 अरब डॉलर (लगभग 2 लाख 53 हजार करोड़ रुपए) का वार्षिक व्यापार लक्ष्य रखा था। फरवरी 2022 में यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद, यह पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी, जिससे दोनों देशों के बीच 2030 के लिए नए आर्थिक रोडमैप को आगे बढ़ाने की उम्मीद है। पीएम मोदी ने 2024 में दो बार रूस की यात्रा की थी।