तनीषा मुखर्जी ने प्रोजेक्ट्स के चयन में दिखाई सतर्कता

तनीषा मुखर्जी की नई सोच
एक्ट्रेस तनीषा मुखर्जी ने हाल ही में बताया कि वह अब प्रोजेक्ट्स का चयन करते समय अधिक सतर्क हो गई हैं। उनका उद्देश्य ऐसे काम करना है, जिनमें स्पष्टता और नया दृष्टिकोण हो।
गलतियों से मिली सीख
तनीषा ने अपने करियर में की गई गलतियों को स्वीकार करते हुए कहा कि अब वह केवल उन प्रोजेक्ट्स से जुड़ना चाहती हैं, जिनमें स्पष्ट दृष्टि और जुनून हो।
आत्ममंथन का महत्व
तनीषा ने कहा, “एक कलाकार के रूप में हमें अपने अंतर्ज्ञान पर भरोसा करना चाहिए। कभी-कभी यह सही होता है, कभी गलत। मैंने अपने करियर में कई गलतियाँ की हैं, लेकिन आत्ममंथन और अनुभव से मैंने सीखा है कि पुरानी गलतियों को दोहराना नहीं चाहिए। पहले मैं लोगों के विजन पर भरोसा कर उनके साथ काम कर लेती थी, लेकिन कई बार यह भरोसा मुझे निराश करता था। अब मैं केवल उन प्रोजेक्ट्स में समय और ऊर्जा लगाना चाहती हूं, जहां स्पष्टता हो।
निर्देशकों के चयन में सावधानी
तनीषा ने कहा, “लोगों पर भरोसा करना और उन्हें प्रोत्साहित करना अच्छा है, लेकिन यह आपके काम और विश्वसनीयता की कीमत पर नहीं होना चाहिए। अब मैं केवल उन निर्देशकों के साथ काम करना चाहती हूं, जिनके पास स्पष्ट दृष्टि और ज्ञान हो।
नई संभावनाओं की तलाश
तनीषा का मानना है कि आज के कई नए निर्देशक सिनेमा का गहन अध्ययन करते हैं और पूरी तैयारी के साथ आते हैं। वह कहती हैं, “पहली बार फिल्म बनाने वाला निर्देशक भी शानदार काम कर सकता है, बशर्ते उसने अपना होमवर्क अच्छे से किया हो। एक कलाकार के तौर पर मैं हमेशा नई संभावनाओं को तलाशना चाहती हूं और चुनौतीपूर्ण किरदार निभाना चाहती हूं। लेकिन, अब मैं उन लोगों के साथ काम नहीं करूंगी, जो अभी भी ‘खोज’ रहे हैं।
स्पष्टता और विजन का महत्व
तनीषा ने कहा, “अनुभव से आप समझ जाते हैं कि कौन स्पष्टता के साथ आ रहा है और कौन नहीं। मैं अब उन निर्देशकों के साथ काम करना चाहती हूं, जो पैशन और स्पष्ट नजरिए के साथ प्रोजेक्ट बनाते हैं, न कि सिर्फ फिल्म बनाने के लिए। आजकल लोग दूसरों की नकल करने में लगे हैं, लेकिन मैं कॉपीकैट्स के साथ काम नहीं करना चाहती। मैं उन लोगों के साथ काम करना चाहती हूं, जिनमें पैशन, स्पष्टता और अपना नजरिया हो।